नई दिल्ली. ब्रॉयलर मुर्गों को मीट के उत्पादन के लिए पाला जाता है. आपको बता दें कि पोल्ट्री फार्मिंग(Poultry Farming) में कुछ मुर्गियां अंडा देती हैं. जिन्हें लेयर कहा जाता है और जिससे मीट हासिल होता है, उन्हें ब्रॉयलर चिकन कहा जाता है. ब्रॉयलर चिकन फार्मिंग में मुर्गों का वेट चेक करना बेहद ही जरूरी होता है. क्योंकि इनका दाम उनके वजन के मुताबिक ही लगता है. कई बार मुर्गों की जब ग्रोथ सही से नहीं होती तो उनका वजन नहीं बढ़ता है. ऐसे में वजन चेक करने पर यदि कम है तो उसकी ग्रोथ को बढ़ाया जा सकता है.
एक्सपर्ट कहते हैं कि 14 दिन का हो जाने पर मुर्गों का वजन वजन जरूर एक बार चेक कर लेना चाहिए. अगर इस दौरान उनका वजन सही है, तब उन्हें उसी तरह से खिलाते रहना चाहिए, जिस तरह से खिला रहे हैं. ताकि मुर्गे का वजन उसको बेचने लायक हो जाए. आमतौर पर मुर्गों को 40 दिन का हो जाने पर बेच दिया जाता है.
कब चेक करना चाहिए मुर्गों का वजन
अब बात करते हैं मुर्गों का वजन चेक करने के तरीके की, तो आपको बता दें कि आपने जितने भी मुर्गे पाल रखे हैं उसी में से किन्हीं एक दो मुर्गों को उठाकर उनका वजन चेक किया जाता है.
अगर 14 दिन पर मुर्गों का वजन तकरीबन 300 ग्राम के आसपास है, तब इसका मतलब यह है कि उनकी ग्रोथ ठीक हो रही है.
आपको बता दें कि मुर्गों का सही वजन तभी बढ़ता है, जब उनका सही मैनेजमेंट किया जाए और उन्हें समय-समय पैर दवा वगैरह भी दी जाए.
उनके खाने-पीने में कोई लापरवाही ना की जाए. जब भी उन्हें फीड की जरूरत फीड दिया जाए. आमतौर पर ऐसे मुर्गों को दिन के अलावा रात में भी फीड दिया जाता ताकि उनका वजन जल्दी बढ़े.
वहीं 14 दिन पर आप मुर्गों को एक खास चीज दे सकते हैं. जिसे हरबिटोल कहा जाता है. इसे फीड में मिलाकर अच्छे से मिक्स करके मुर्गों खिला देना चाहिए. इससे मुर्गों की ग्रोथ ठीक होगी.
निष्कर्ष
इस तरह से ब्रॉयलर मुर्गों का पालन करेंगे तो 40 दिन के आसपास उनका वजन डेढ़ किलो हो सकता है, जिसका अच्छा दाम आपको मिलेगा.
Leave a comment