नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तीन मार्च को गोरखपुर के ताल नदोर में पशु चिकित्सा विज्ञान महाविद्यालय की आधारशिला रखेंगे. इसे भविष्य में विश्वविद्यालय के रूप में अपग्रेड कर दिया जाएगा. दावा किया जा रहा है कि इस पशु चिकित्सा महाविद्यालय से न सिर्फ पूर्वांचल के जिलों में पशुपालकों को फायदा पहुंचेगा, जबकि इसके अलावा पूर्वी पश्चिमी बिहार और पड़ोसी राष्ट्र नेपाल पशुपालकों को भी फायदा पहुंचेगा. गोरखपुर से नेपाल की दूरी भी ज्यादा नहीं है और वहां के पशुपालक भी गोरखपुर के पशु चिकित्सा महाविद्यालय से फायदा उठा पाएंगे.
जानकारी के मुताबिक गोरखपुर में बनने वाला पशु चिकित्सा विज्ञान महाविद्यालय, पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय एवं गो अनुसंधान संस्थान, मथुरा से संबद्ध होगा. इस महाविद्यालय को क्रमवार तीन चरणों में विकसित किया जाएगा. इसके लिए गोरखपुर-वाराणसी हाईवे पर स्थित ताल नदोर में 80 एकड़ भूमि चिन्हित की जा चुकी है.
80 एकड़ का होगा परिसर, 228 करोड़ होगी लागत
पहले चरण के निर्माण पर 228 करोड़ रुपये की लागत आने की बात कही गई है. कार्यदायी संस्था के रूप में लोक निर्माण विभाग को जिम्मेदारी सौंपी गई है. महाविद्यालय के परिसर में हॉस्पिटल ब्लॉक, एकेडमिक ब्लॉक, स्टाफ क्वार्टर, छात्रावास जैसी मूलभूत सुविधाओं के साथ-साथ पशु चिकित्सा विज्ञान से जुड़ी विभिन्न विधाओं के शोध अध्ययन केंद्रों की स्थापना की जाएगी. महाविद्यालय परिसर को ‘नेट जीरो एनर्जी’ की कॉन्सेप्ट पर विकसित किया जाएगा. शुरुआती चरण में में यहां स्नातक स्तर पर 100 छात्रों के प्रवेश की व्यवस्था होगी.
1007 करोड़ रुपये ये सौगातद भी देंगे
वहीं दो मार्च को सीएम जिले को 1007 करोड़ रुपये की 49 विकास परियोजनाओं की सौगात भी देंगे. इसके एक दिन पहले दो मार्च को सीएम योगी महंत दिग्विजयनाथ पार्क में आयोजित कार्यक्रम में जिले को 1007 करोड़ रुपये की 49 विकास परियोजनाओं की सौगात देंगे. इनमें करीब 954 करोड़ रुपये से अधिक की 35 परियोजनाओं का शिलान्यास तथा 53 करोड़ रुपये से अधिक की 14 परियोजनाओं का लोकार्पण शामिल है. लोकार्पण और शिलान्यास की परियोजनाओं में बाढ़ बचाव, फ्लाई ओवर, सड़क एवं नाली निर्माण, कलेक्ट्रेट परिसर में डिजिटल लाइब्रेरी का निर्माण, पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय में आवासीय एवं अनावासीय भवनों का निर्माण, एमईएस ऑफिस की शिफ्टिंग, पर्यटन विकास के कार्य सम्मिलित हैं.
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