Home पशुपालन Pashu Mela: दिवाली के बाद पशुओं के इंटरनेशनल मेले में देखें हजारों ऊंटों की रेस, यहां हो रहा आयोजन
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Pashu Mela: दिवाली के बाद पशुओं के इंटरनेशनल मेले में देखें हजारों ऊंटों की रेस, यहां हो रहा आयोजन

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प्रतीकात्मक तस्वीर.

नई दिल्ली. राजस्थान में होने वाले इंटरनेशनल पुष्कर पशु मेले 2024 का आगाज 2 नवंबर से होने वाला है. पशु पालन विभाग द्वारा आयोजित किए जाने वाला ये मेला 17 नवंबर तक चलेगा. इस मेले की खास बात ये है कि आपको ऊंट रैली देखने का मौका मिलेगा और आप चाहें तो इसका मजा उठा सकते हैं. वहीं पुष्कर मेले की तैयारी जोरों पर चल रही हैं. तमाम इंतजाम को बेहतर रखने के लिए अधिकारियों का मेला स्थल पर निरीक्षणों का दौर शुरू हो गया है. तमाम सुरक्षा के इंतमाम पुख्ता किए जा रहे हैं. ताकि आने वालों को किसी भी तरह की बदइंतजामी का सामना न करना पड़े.

पुलिस महकमा भी काफी सतर्क है और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अपनी तरफ से कोई कोताही नहीं करना चाहता है. यही वजह है कि अधिकारियों ने मेला स्थल का जायजा लिया है और मातहतों को निर्देशित किया है कि तमाम व्यवस्था को चाक चौबंद रखें. कहीं कोई कमी न छूटे. वहीं गत दिनों इस मेले की तैयारी को लेकर आयोजित की गई बैठक में पशुपालन विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर डॉ. सुनील घीया ने ज्यादा से ज्यादा पशुपालकों से इस बैठक में भाग लेने के लिए अपील की थी.

दूध प्रतियोगिता का इस दिन होगा आयोजन
आपको बताते चलें कि पुष्कर पशु मेला 2024 के दौरान आयोजित होने वाली पशु प्रतियोगिताओं का कार्यक्रम तय कर दिया गया है. इसमें हिस्सा लेने वाले पशुपालकों को पुरस्कृत करने के साथ-साथ प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा. पशुपालन विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर डॉ. सुनील घीया का कहना है कि मेले में ऊंट रैली 9 नवंबर को सुबह 11 बजे से आयोजित की जा रही है. दूध प्रतियोगिता के लिए 12 नवंबर को शाम 6 बजे का समय निर्धारित किया गया है. वहीं 13 नवंबर को पहली दूध दुहने की प्रतियोगिता सुबह 6 बजे से और दूसरी शाम 6 बजे होगी. वहीं 14 नवंबर को तीसरी दूध दुहने की प्रतियोगिता सुबह 6 बजे होगी.

ऊंट प्रतियोगिता 14 नवंबर को होगी
इसके अलावा 13 नवंबर को संकर गौवंश नस्ल प्रतियोगिता का आयोजन सुबह 9 बजे से किया जाएगा. जबकि गिर गौवंश नस्ल प्रतियोगिता दोपहर एक बजे से होगी. भैंस वंश नस्ल प्रतियोगिता दोपहर 3 बजे से आयोजित की जानी है. अश्व वंश (मादा) प्रतियोगिता 12 नवंबर को तथा अश्व वंश (नर) प्रतियोगिता 13 नवम्बर को सुबह 9 बजे से होगी. डॉ. सुनीन घीया की मानें तो मेले में ऊंट प्रतियोगिता तथा सर्वश्रेष्ठ मेला पशु प्रतियोगिता 14 नवंबर को सुबह 9 बजे से होगी. वहीं तेजी से दूध दुहने की प्रतियोगिता का आयोजन 14 नवंबर को शाम 4 बजे से रखा गया है.

मेले में क्या-क्या रहेगा इंतजाम
मेले की तैयारी की बात की जाए तो पुष्कर नगर परिषद को निर्देश दिए गए हैं कि सरोवर के सभी घाटों पर सफाई, रोशनी, मेला क्षेत्र में पब्लिक एड्रेस सिस्टम, मृत पशु उठाने वाली टीम का गठन, पुष्कर शहर एवं मेला क्षेत्र की सफाई, ब्रह्मा मंदिर के पास जूते-चप्पल का बूथ, मेला मैदान पर रंगाई-पुताई आदि कार्य पूरा कर लें. नगर परिषद बेसहारा पशुओं की धरपकड़ कर उन्हें नजदीकी गौशालाओं तक पहुंचाए, रैन बसेरा बनाए, शहर में रोशनी व्यवस्था, सरोवर में गहरे पानी वाले स्थानों पर लाल झंडी लगाकर चेतावनी संकेतक, गोताखोर तैनात करना, पार्किंग स्थानों का समतलकरण, खोये बच्चों के लिए जलपान व भोजन, फायर ब्रिगेड एवं अन्य व्यवस्थाएं करवाए. इसी तरह पशुपालन विभाग दड़ों में रोशनी व पेयजल, खेलियों की मरम्मत एवं उनमें पानी भरवा कर जांच, पशुओं के लिए मेडिकल कैम्प, मोबाइल यूनिट, चौकी स्थापना, सांस्कृतिक कार्यक्रम से संबंधित तैयारी, रैम्प एवं अन्य व्यवस्थाएं करवाए. सार्वजनिक निर्माण विभाग विभिन्न सड़कों की मरम्मत, पेचवर्क, बरड़ा बिछाना एवं अन्य कार्य समय पूर्व करवा लें.

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