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Dairy: मंत्री ने गिनाए सेक्स सार्टेड सीमन के फायदे, रियायती दर पर उपलब्ध कराने का किया एलान

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एनडीडीबी के अध्यक्ष मिनेश शाह ने सेक्स सोर्टेड सीमन का जार मंत्री श्री कुमावत को दिया

नई दिल्ली. पशुपालन एवं गोपालन मंत्री जोराराम कुमावत ने कहा है कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार प्रदेश में किसानों और पशुपालकों के विकास के लिए हर मुमकिन कोशिशों में लगी है. राजस्थान किसानों और पशुपालकों का प्रदेश है. प्रदेश की जीडीपी में इस वर्ग का अहम योगदान है. सरकार पशुधन में दुधारू पशुओं की संख्या बढ़ाने के लिए सरकार सेक्स सार्टेड सीमन तकनीक को बढ़ावा दे रही है. इस तकनीक से बछड़ी पैदा होने की संभावना 85 से 90 प्रतिशत तक हो जाती है. दरअसल, मंत्री कुमावत आज बस्सी में गौ सार्ट, सेक्स सार्टेड सीमन से कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम के शुभारंभ कार्यक्रम में बोल रहे थे.

इस कार्यक्रम का आयोजन पशुपालन विभाग, नेशनल डेयरी विकास बोर्ड तथा राज्य बीमा विकास प्रावधायी निधि के संयुक्त तत्वावधान में किया गया था. एनडीडीबी के अध्यक्ष मिनेश शाह ने सेक्स सार्टेड सीमन का जार मंत्री श्री कुमावत को दिया. इस अवसर पर मंगला पशु बीमा के अंतर्गत गाय और भैंसों की लाटरी भी निकाली गई. बता दें कि मंगला पशु बीमा योजना के अंतर्गत टारगेट से अधिक संख्या में गाय और भैंसों का रजिस्ट्रेशन हुआ है.

नर पशु पर होने वाला खर्च घटेगा
कुमावत ने इस अवसर पर कहा कि सेक्स सार्टेड तकनीक किसानों तथा पशुपालकों की आय बढ़ाने के लिए मील का पत्थर साबित होगी. अभी ये तकनीक पशुपालकों के लिए महंगी है. इसीलिए सरकार इस तकनीक को पशुपालकों की पहुंच में लाने के लिए 75 प्रतिशत अनुदानित दर पर सेक्स सार्टेड सीमन पशुपालकों को उपलब्ध कराएगी. उन्होंने बताया कि यह तकनीक पशुपालन के क्षेत्र में एक वरदान साबित होगी. क्योंकि इस तकनीक से मादा पशुओं की संख्या में बढ़ोतरी होगी और नर पशुओं की संख्या में कमी आएगी. उन्होंने कहा कि आज मशीनी युग में खेतों में बैलों का इस्तेमाल न्यूनतम होने लगा है. बैल आज आवगमन के साधन के रूप में भी काम नहीं आते. ऐसे में ये अनुपयोगी हो गए हैं और सड़कों पर बेसहारा घूमते रहते हैं. इस सेक्स सोर्टेड तकनीक से नर पशु कम पैदा होंगे और उन पर होने वाला खर्च घटेगा.

पशुपालकों की बढ़ेगी आय
कुमावत ने कहा कि ज्यादा संख्या में मादा पशुओं के पैदा होने पर दुग्ध उत्पादन में वृद्धि होगी जिससे पशुपालकों की आय बढ़ेगी. मादा पशु को बेचकर भी पशुपालक मुनाफा कमा सकता है. उच्च गुणवत्ता वाले सीमन का उपयोग करने से उच्च गुणवत्ता वाली गाय पैदा होगी जो दूध भी अधिक देगी. इस तकनीक के कारण नस्ल सुधार में भी तेजी आएगी. मंत्री कुमावत ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि सरकार ने इस बजट में मंगला पशु बीमा योजना में पशुओं की संख्या दोगुनी करके 42 लाख कर दी है जिससे बड़ी संख्या में पशुपालकों को भी फायदा होगा. उन्होंने कहा कि जल्द ही बस्सी में पॉली क्लिनिक के लिए भवन का निर्माण भी हो जाएगा.

दूध उत्पादन में होगी बढ़ोत्तरी
एनडीडीबी के अध्यक्ष मिनेश शाह ने इस अवसर पर कहा कि गायों से बछडी पैदा करने के लिए सेक्स सार्टेड तकनीक बहुत ही सफल और कारगर तकनीक है. दूध उत्पादन से जुड़े अन्य पशुओं के लिए भी एनडीडीबी इस तकनीक के इस्तेमाल के लिए काम करने की दिशा में प्रयासरत है. उन्होंने विभागीय अधिकारियों और कार्मिकों से अधिक से अधिक इस तकनीक के जरिए पशुपालकों को लाभ पहुंचाने का आह्वान किया. इस अवसर पर विभाग के शासन सचिव डॉ. समित शर्मा ने वैज्ञानिक तरीके से इस तकनीक के बारे में बताते हुए कहा कि यह कदम पशुपालन के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम है। इसके उपयोग से पशुपालक को चार गुना फायदा होगा. उसके पशुओं की नस्ल उन्नत होगी, उसका दूध उत्पादन बढ़ेगा, उसकी आर्थिक स्थिति उन्नत होगी, उसकी सामाजिक स्थिति सुदृढ़ होगी. साथ ही सड़कों पर बेसहारा घूम रहे नंदी और सांडों की संख्या में कमी होगी जिससे सड़क पर दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी.

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