नई दिल्ली. पोल्ट्री प्रोडक्ट को लेकर अफवाहें कोई नई बात नहीं है. हाल ही में महाराष्ट्र के नागपुर शहर में पेटा इंडिया की तरफ से एक पोस्टर लगाया गया है, जिसमें मराठी भाषा में, ‘हा संकटाचा संकेत आहे’, यानि यह संकट का संकेत है लिखा गया है और साथ ही इस पर ब्रॉयलर मुर्गे की तस्वीर भी है. जिसको लेकर पोल्ट्री रिसर्च और एंड ट्रेनिंग सेंटर ने सख्त एतराज जताया है. संस्था की ओर से इसपर कार्रवाई की मांग की है. नागपुर नगर निगम के नगर आयुक्त डॉ. अभीजीत चौधरी को पत्र भेजकर कार्रवाई की मांग की गई है और साथ ही जागरुकता फैलान में मदद की पेशकश की है.
इस पोस्टर के सामने आने के बाद पोल्ट्री रिसर्च और एंड ट्रेनिंग सेंटर के डॉ. मुकुंद कदम ने नगर आयुक्त को लेटर लिखा और कहा कि मेरे संज्ञान में आया है कि पेटा इंडिया ने डरावने और गलत कंटेंट के साथ नागपुर नगर निगम के क्षेत्र अंतर्गत आने वाले लिबर्टी सिनेमा सर्किल सदर के पास पोस्टर लगाया है. आज की स्थिति में, बर्ड फ्लू होर्डिंग के लिए इस्तेमाल की गई चिकन की तस्वीर आम आदमी के बीच चिकन के प्रति डरावनी और गलत छवि देती है. उन्होंने कहा कि चिकन होर्डिंग की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जो नागपुर के लोगों और अन्य लोगों में दशहत का माहौल पैदा कर रही है.
क्यों जताया है एतराज, जानें यहां
उन्होंने कहा कि पोल्ट्री साइंस विषय का विशेषज्ञ होने के नाते मैं आपका ध्यान इस ओर आकर्षित करना चाहता हूं कि, ऐसी डरावनी गलत तस्वीर और इसकी सामग्री बोर्डिंग चिकन उपभोक्ताओं और समाज के बीच गलत अवैज्ञानिक संदेश और भ्रम फैलाती है. जैसा कि आप अच्छी तरह से जानते हैं कि, कई किसान सीधे पोल्ट्री फार्मिंग व्यवसाय से जुड़े हैं और चिकन उनकी रोजी-रोटी है. साथ ही ऐसी गलत तस्वीरें न केवल पोल्ट्री फार्मिंग गतिविधि में रुकाटव डालती हैं, बल्कि पूरे पशुधन क्षेत्र को प्रभावित करती हैं. मैं इस बात से सहमत हूं कि बर्ड फ्लू के बारे में जागरूकता और इसके आगे के परिणामों से बचने के लिए इसकी मानक संचालन प्रक्रिया के बारे में बहुत कुछ किया जाना चाहिए. बता दें कि पेटा एक ऐसी संस्था है जो सभी पशु और पक्षियों जिनका इस्तेमाल व्यवसाय और समाज में हो रहा है उनके साथ दुर्व्यवहार को समाप्त करने के लिए काम करती है.
नहीं रह जाता है खतरा
डॉ. मुकुंद कदम ने अपने पत्र में नगर आयुक्त से अपील की है कि पोस्टर के मामले में उचित आवश्यक कार्रवाई करें. ताकि आम लोगों के बीच गलत संदेश न फैले, अंततः इससे शहर का नाम और प्रसिद्धि बढ़ेगी. मुझे अपना बहुमूल्य समय दें ताकि मैं नागपुर नगर निगम को बर्ड फ्लू के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए विस्तृत एसओपी तैयार करने में मदद कर सकूं. गौरतलब है कि पिछले दिनों बर्ड फ्लू को लेकर मीडिया में कई खबरें सामने आईं थीं. जिससे बहुत से लोग डरे हुए हैं. हालांकि WHO, CDC और FSSAI जैसी संस्था के मुताबिक मुर्गी और अंडे को 74 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान पर पकाने से सभी वायरस और बैक्टीरिया मर जाते हैं. इसमें बर्ड फ्लू का खतरा नहीं रह जाता है. इसलिए इन्हें खाना सेफ है.
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