नई दिल्ली. बहुत से पशुपालक ज्यादा कमाई करने के लिए दूध में मिलावट करते हैं. मिलावट भी कई तरह से की जाती है. दूध बेचने वाले यूरिया, वनस्पति, पानी और सिंथेटिक आदि डालकर दूध में मिलावट करते हैं. मिलावट को पकड़ना सबके बस की बात भी नहीं है. हां इतना जरूर है कि लोगों को इसका अंदाजा जरूर लग जाता है लेकिन मिलावट की गई है या नहीं इस बात को साबित नहीं कर पाते हैं. इसलिए जरूरी है कि आपको भी दूध की मिलावट के बारे में कैसे पता किया जाए इसकी जानकारी हो.
अक्सर दूध की मिलावट दूधिए सिर्फ और सिर्फ ज्यादा पैसा कमाने के लिए करते हैं. दूध से ज्यादा मुनाफा हासिल करने का ये सबसे आसान और सस्ता तरीका होता है लेकिन मिलावट का नुकसान दूध पीने वालों को होता है. क्योंकि जब कोई इस तरह का दूध पीता है तो उसे भारी नुकसान होता है. कई बीमारियों को भी मिलाावटी दूध दावत देता है.
यूरिया का पता कैसे करें?
-टेस्ट ट्यूब में थोड़ा दूध और सोयाबीन या अरहर पाउडर मिलाएं.
-पांच मिनट बाद लाल लिटमस पेपर इसमें डुबोएं.
-अगर पेपर का रंग नीला हो जाए तो यूरिया मिला है.
वनस्पति की मिलावट कैसे पहचानें?
-3 एमएल दूध में हाइड्रोक्लोरिक एसिड की 10 बूंद मिलाएं.
-एक चम्मच चीनी मिलाने के पांच मिनट बाद लाल रंग हो जाएगा.
पानी की मिलावट कैसे पहचानें?
-दूध की बूंद को चिकनी सतह पर गिराएं.
-अगर बूंद धीरे बहे और सफेद निशान छोड़े तो शुद्ध दूध है.
-मिलावटी दूध की बूंद बिना निशान छोड़े तेजी से बह जाएगी.
सिंथेटिक दूध कैसे पहचानें?
-सिंथेटिक दूध स्वाद में कड़वा लगता है.
-उंगलियों के बीच रगड़ने पर साबुन जैसा चिकनापन लगता है.
-गर्म करने पर पीला पड़ जाता है.
-अत्याधुनिक उपकरणों का प्रयोग
स्टार्च की पड़ताल कैसे करें?
-आयोडीन की कुछ बूंदें दूध में मिलाएं.
-मिलाने पर मिश्रण का रंग नीला हो जाएगा.
फॉर्मेलिन की मिलावट कैसे पकड़ें?
-10 एमएल दूध में 5 एमएल सल्फ्यूरिक एसिड मिलाएं.
-बैंगनी रंग की रिंग का बनना फॉर्मेलिन होने का संकेत.
-दूध लंबे समय तक ठीक रखने के लिए फॉर्मेलिन मिलाते हैं.
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