नई दिल्ली. पोल्ट्री फार्मिंग में ज्यादा फायदा कमाना चाहते हैं तो पक्षियों को समय-समय पर और एक्सपर्ट के बताए गए वक्त पर वैकसीन जरूर लगवाएं. वैक्सीन लग जाने से मुर्गियों को बीमारी नहीं होती है. मुर्गियां बीमार नहीं होंगी तो फिर उनका प्रोडक्शन भी अच्छा होगा. चाहे वो अंडे के रूप में हो या फिर मीट के रूप में हो. जहां टीका लगवाना बेहद ही अहम है. वहीं टीकाकरण के दौरान कुछ सावधानियां भी बरतना बेहद ही अहम है. एक्सपर्ट का कहना है कि वैक्सीन लगवाने के दौरान सावधानियों को जरूरत बरतना चाहिए.
अगर ऐसा न किया जाए तो फिर हो सकता है वैक्सीन लगवाने का फायदा भी न हो. या फिर वैक्सीन का उलटा असर हो जाए. उदाहरण के तौर पर इसे ऐसे समझें कि अगर वैक्सीन की डेट एक्सपायर हो चुकी है तो फिर वैक्सीन नुकसान कर सकती है. वहीं कई और जरूरी बाते हैं, जिनका ध्यान दिया जाना बेहद ही अहम है. आइए इस आर्टिकल में जानते हैं कि किन बातों पर वैक्सीन के दौरान ध्यान दिया जाना चाहिए.
टीकाकरण के दौरान जरूरी सावधानी क्या है
- हमेशा ही प्रतिष्ठित स्रोत से टीका को खरीदना चाहिए. निर्माण और समाप्ति की तारीख जांच लें.
- सही रिजल्ट हासिल करने के लिए निर्माता द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करना चाहिए.
- टीकाकरण के लिए जरूरी नई सूई, सिरिंज, वैक्सीनरेटर और अन्य उपकरण का प्रयोग करें. डिस्पोजेबल सुइयों और सीरिंज यदि सस्ती हों तो उपयोग किया जा सकता है.
- निर्माता के निर्देशों के अनुसार स्वच्छ बर्तन का उपयोग कर टीके को फिर बनाना चाहिए. पुनः निर्मित टीके को ठंड में या बर्फ की बाल्टी में रखा जाना चाहिए। पुनः निर्मीत टीके को उपयोग दो घंटे में कर लेना चाहिए.
- टीका बनाने वाली कंपनी के द्वारा बताए गए सटीक खुराक का इस्तेमाल करें क्योंकि कम मात्रा में पर्याप्त सुरक्षा नहीं मिलती है. बीमारी पक्षियों के टीकाकरण से बचें.
- बेहतर प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया के लिए, टीकाकरण से पहले आंतरिक परजीवी के इतिहास के साथ पक्षी को डीवर्मित किया जाना चाहिए.
- अगर पीने के पानी के साथ दिया जाने वाला टीका है तो या जरूरी है कि पानी को ताजा, साफ और किसी भी दवा से मुक्त (जैसे ब्लीचिंग पाउडर) होना चाहिए ताकि थोड़ी देर के लिए टीका व्यवहार्य रहे।
- बेहतर प्रतिक्रिया के लिए टीकाकरण के दौरान तनाव से लड़ने वाली या फिर इम्युनो को बढ़ाने वाली दवाओं का इस्तेमाल किया जाना चाहिए.
- दिन के ठंडे समय के दौरान टीका करना चाहिए जैसे सुबह या देर शाम.
- खाली टीका शीशियों को दफ्न या जलाकर टीकाकरण के बाद डिस्पोज कर दें.
- टीकाकरण के दौरान साफ कपड़ों का इस्तेमाल किया जाना चाहिए और टीकाकरण समाप्त होने के बाद निष्कासित किया जाना चाहिए.
- नंगे हाथ के साथ टीके को स्पर्श न करें क्योंकि इससे उसे छूने वालों को दिक्कत हो सकती है.
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