नई दिल्ली. पश्चिमी राजस्थान में जैसलमेर के वन्यजीव क्षेत्र में कुत्तों का उत्पात बहुत ही बढ़ गया है. आए दिन ये खूंखार कुत्ते वन्यजीव और पशुओं को अपना शिकार बना रहे हैं. क्षेत्रीय लोग लगातार वन विभाग और स्थानीय प्रशासन से वन्य जीवों की सुरक्षा की मांग करते हुए कुत्तों को पकड़ने और उनकी नसबंदी करने की आवाज उठा रहे हैं बावजूद इसके न वन विभाग कोई सुनवाई कर रहा और न ही प्रशासन. ऐसे में जैसलमेर के जागरूक लोगों ने इस मुहिम को और बुलंद करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया है. रविवार की रात आठ बजे twitter यानि X पर #कुत्तोसेहिरण_बचाओ ट्रेंड रखा गया है. इस हैशटैग पर ज्यादा से ज़्यादा ट्विट करने है और करवाने की अपील की गई है. एक-एक वन्यजीव संरक्षक से कम से कम 50-50 ट्वीट करने को कहा गया है, जिससे ये ट्रेंड में आए और कुत्तों द्वारा नोचे जा रहे हिरणों की चीत्कार सरकार को सुनाई दे.
जैसलमेर के वन्यजीव क्षेत्र में कुत्ते वन्य जीव और पशुओं को अपना शिकार बना रहे हैं. लगातार कुत्तों का शिकार होने की वह से क्षेत्र में हिरनों की संख्या में कमी देखने को मिल रही है. अगर ऐसा ही रहा तो हिरण विलुप्त हो जाएंगे, जबकि हिरन पश्चिमी राजस्थान खासकर जैसलमेर के वन्यजीव क्षेत्र की शान है. लगातार कुत्तों का शिकार हो रहे हिरनों को बचाने के लिए वन्यजीव संरक्षक सामने आए हैं. सरकार तक अपनी आवाज को पहुंचाने के लिए उन्होंने सोशल मीडिया का सहारा लेकर ज्यादा से ज्यादा ट्वीट करने को कहा है. इसके लिए twitter यानि X पर #कुत्तोसेहिरण_बचाओ ट्रेंड रखा गया है.
दो दिन पहले भी कुत्तों ने मार दिया हिरण
शुक्रवार को भी धोलिया गांव के पास हिरणों के झुंड पर आवारा कुत्तों ने हमला कर दिया. वैसे तो सभी हिरण भाग गए लेकिन एक हिरण इन कुत्तों के चंगुल में फंस गया. हिरण पर हुए हमले को देखकर वन्यजीव प्रेमी राधेश्याम विश्वनोई सहित बड़ी संख्या में लोग पहुंच गए. बड़ी मशक्कत के बाद कुत्तों से हिरण को छुड़ाया लेकिन तब तक हिरण ने दम तोड़ दिया. इसे लेकर लोगों में बहुत गुस्सा है.
कुत्तों की नसबंदी की मांग
जैसलमेर के वन्यजीव क्षेत्र में कुत्ते वन्य जीव और पशुओं को अपना शिकार बना रहे हैं. लगातार कुत्तों का शिकार होने की वह से क्षेत्र में हिरनों की संख्या में कमी देखने को मिल रही है. इसी वजह से वन्यजीव प्रेमियों ने जिला प्रशासन से आवारा कुत्तों पर अंकुश लगाने के लिए कुत्तों की नसबंदी की मांग की है. ओरण टीम जैसलमेर के संस्थापक सुमेर सिंह भाटी ने कहा कि लगातार वन विभाग से कुत्तों को पकड़ने के लिए मांग करते आए हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती. हमने कहा है कि कुत्तों की नसबंदी कर दो, लोग आपका पूरा सहयोग करने को तैयार है लेकिन अधिकारी कहते हैं कि कुत्तों को पकड़ने के साधन नहीं.
200 से ज्यादा हिरणों को मार दिया कुत्तों ने
सुमेर सिंह कहते हैं कि आए दिन ये खूंखार कुत्ते वन्य जीव और पशुओं को अपना शिकार बना रहे हैं. कुत्तों ने अब तक 200 से ज्यादा हिरणों को अपना निशाना बनाया होगा. लगातार कुत्तों का शिकार होने की वह से क्षेत्र में हिरनों की संख्या में कमी देखने को मिल रही है.
गर्मी में भाग नहीं पाते हिरण
भीषण गर्मी ने लोगों का बेहाल कर दिया है. ऐसे जैसलमेर की गर्मी ने तो पशु, पक्षी, वन्यजीवें का हाल बेहार कर दिया है. सुमेर सिंह कहते हैं कि गर्मी में हिरण बहुत ज्यादा भाग नहीं पाते. थोड़ी दूर भागने के बाद थक जाते हैं, जिसका लाभ ये आवारा कुत्ते उठाते हैं और उन्हें अपना शिकार बना लेते हैं. इसलिए हमारी लोगों से अपील है कि आज रात की इस मुहिम में हमारा साथ देकर वन्य जीवों को बचाएं.
हिरणों के अलावा नीलगाय और बकरी भी निशाने पर
एक मीडिया हाउस से बात करते हुए वन्यजीव प्रेमी राधेश्याम विश्नोई ने बताया कि आवारा कुत्तों की वजह से हिरणों की संख्या में लगातार कमी आ रही है. ये कुत्ते न केवल हिरण (चिंकारा) को अपना शिकार बना रहे बल्कि भेड़-बकरी और नीलगाय को भी मार रहे हैं. कुछ लोगों ने जानवरों से बचाने के लिए अपने खेतों में तारबंदी कर दी है, जिसमें हिरण उलझ जाते हैं और बड़ी आसानी से कुत्ते इन्हें अपना शिकार बना लेते हैं.
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