नई दिल्ली. ग्रामीण इलाकों में पोल्ट्री फार्मिंग वेस्ट नेचुरल फीड के आधार पर की जाती है. मुर्गियों को रसोई वेस्ट, गिरे हुए अनाज, कीड़े, कृमि, कोमल पत्तियां आदि का घर-आंगन में मिल जाता है और वो इसे खाकर अंडों और मीट का उत्पादन करती हैं. रूरल एरिया में पलने वाली मुर्गियां इन सभी चीजों को खाकर पौष्टिक अंडे और पोल्ट्री मांस के रूप में इंसानो के लिए बेहद ही अच्छा खाद्य पदार्थ प्रोड्यूस करती हैं. अंडों और मीट में बड़ी मात्रा में प्रोटीन होता है, जो ग्रामीण इलाकों में कुपोषण को दूर करने में भी मददगार है. इस लिहाज से भी देखा जाए तो ग्रामीण पोल्ट्री फार्मिंग फायदेमंद है.
ग्रामीण पोल्ट्री फार्मिंग करने के कई फायदे हैं. अगर इसे किया जाए तो बहुत कम मेहनत से अच्छी इनमक हो जाएगी. वहीं इसे घर की महिलाएं भी बेहद ही आसानी के साथ कर सकती हैं. आइए इसके 8 फायदों के बारे में जानते हैं.
- ग्रामीण लोगों में आमतौर पर प्रोटीन में कमी होती है. ग्रामीण पोल्ट्री फार्मिंग से अंडे और कुक्कुट मांस के रूप में आसानी से प्रोटीन की उपलब्धता बढ़ाई जा सकती है. ग्रामीण कुक्कुट पालन से अंडे और कुक्कुट मांस के उत्पादन को बढ़ा कर गर्भवती महिलाओं, दूध पिलाने वाली माताओं और बढ़ते बच्चों में प्रोटीन कुपोषण को कम किया जा सकता है.
- ग्रामीण कुक्कुट पालन का उद्देश्य घर-आंगन में उपलब्ध इंसानों के लिए न इस्तेमाल की जाने वाले वेस्ट और प्राकृतिक खाद्यों जैसे कीड़े. चीटिया, गिरने वाले अनाज, हरी घास, रसोई वेस्ट को पौष्टिक अंडे और कुक्कुट मांस में बदला जाता है.
- इस काम में बहुत कम निवेश लागत की जरूरत होती है. ग्रामीण कुक्कुट पालन मूल रूप से घर-आँगन मुक्त क्षेत्र परिस्थितियों मैं ही पाला जाता है.
- इयमें मुर्गियां खेतों में उपलब्ध अनाज और कीड़ों का उपयोग करती हैं. जबकि इन पक्षियों (15) पोल्ट्री से 1-1.2 कि या खाद का उत्पादन/ प्रतिदिन) का वेस्ट से कार्बनिक खाद से जमीन की उर्वरता बढ़ती है.
- एकीकृत कुक्कुट पालन के प्रोडक्ट अंडे और मांस की तुलना में ग्रामीण कुक्कुट पालन, यानि मुक्त क्षेत्र परिस्थितियों से प्राप्त पोल्ट्री प्रोडक्ट ज्यादा दाम पर मिलता है.
- एकीकृत कुक्कुट पालन की तुलना में ग्रामीण कुक्कुट पालन / मुक्त क्षेत्र परिस्थितियों से प्रोड्यूस अंडे और मांस में कम कॉलेस्ट्रॉल पाया जाता है.
- घर-आंगन में उपलब्ध हरी पत्तेदार सब्जियों की खपत के कारण मुक्त क्षेत्र परिस्थितियों से उत्पादित अंडे और माँस का रंग भी ज्यादा आकर्षक दिखता है.
- ग्रामीण कुक्कुट पालन मुक्त क्षेत्र परिस्थितियों से उत्पादित अंडे और मांस की मांग पश्चिमी और विकसित देशी में लगातार बढ़ रही है जिससे इनके निर्यात मूल्य में इजाफा हो रहा है.
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