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Animal Husbandry: गाय पालन से मुनाफा कमाने का ये है आसान तरीका, सिर्फ 5 हजार रुपये करने होंगे खर्च

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गाय की प्रतीकात्मक तस्वीर.

नई दिल्ली. ऐसा कौन सा पशु पालक है जो नहीं चाहता कि उसे पशुपालन से अच्छा खासा मुनाफा हासिल हो लेकिन सटीक जानकारी न होने के चलते पशुपालक अच्छी कमाई करने से महरूम रह जाते हैं. अगर आप गाय पालक हैं और गाय से मोटा मुनाफा कमाना चाहते हैं तो इसका एक आसान तरीका निकल आया है. एनिमल एक्सपर्ट के मुताबिक काऊ बेल्ट एक ऐसा उपकरण है, जिसे गाय के गले में बांध देने से गाय के बारे में हर जानकारी तो मिलती ही है. साथ ही दूध उत्पादन भी बढ़ जाता है.

वहीं कई गंभीर बीमारियों के बारे में भी पहले से पता चल जाता है, पुणे की एक कंपनी ने इस को बेल्ट को बनाया है, जिसकी कीमत सिर्फ 5000 रुपये है. क्योंकि एक्सपर्ट कहते हैं कि गाय पालन में मुनाफा दो बातों पर निर्भर करता है. एक गाय वक्त से बच्चा दे दे और दूसरा गाय की बीमारियां को कंट्रोल कैसे किया जाए. क्योंकि जब तक गाय बच्चा नहीं देगी तब तक दूध उत्पादन भी नहीं होगा. वही बीमारियों पर कंट्रोल होगा तो लागत में कमी आएगी. दवा आदि पर खर्च नहीं करना होगा. हालांकि यह काम अभी तक आसान नहीं था लेकिन अब यह आसान होने चला है.

चूक जाते हैं मौके
काऊ बेल्ट की बात की जाए तो इसके बारे में बताते हुए पुणे की कंपनी के सेल्स डायरेक्टर लोकेश कोठारी कहते हैं कि अभी तक पशुपालक अनुभव के आधार पर गाय की देखरेख करते हैं. गाय हीट में आई या नहीं. इस बारे में जानकारी करते हैं लेकिन कई बार ऐसा भी हो जाता है कि गाय हीट में आई है और पशुपालक की नजर गाय पर नहीं गई. इससे गाय को गाभिन कराने का मौका छूट जाता है. इसका नुकसान पशुपालकों को होता है.

बढ़ जाता है खर्च
यदि समय रहते गाय की हीट के आने का पता चल जाए तो उसके बाद आर्टिफिशियल इंस्ट्रूमेंन एआई और सीधे सांड से गाभिन करा सकते हैं लेकिन काऊ बेल्ट से गाय के हीट में आते ही सूचना मिल जाती है. जैसे यह सूचना मिलती है तो फौरन गाय को गाभिन कर दिया जाए. इस तरह से गाय समय बच्चा दे देगी. दूध भी देना शुरू कर देती है. कई बार गाय के हीट में आने के इंतजार करने में लंबा वक्त गुजर जाता है और दूध न मिलने के कारण खर्च बढ़ जाता है.

बीमारी की जानकारी भी मिल जाएगी
लोकेश कोठारी कहते हैं गाय में बीमारी के लक्षण भी यह को बेल्ट बताने लगती है. बाहरी लक्षण को तो हम देख लेते हैं लेकिन अंदरी ने लक्षणों को देख पाना आसान नहीं होता है. जहां 40 से 50 लेकर 150 से 200 तक गाय हैं. वहां हर एक गाय पर नजर रखना इतना आसान नहीं होता है. अगर गाय को बेल्ट पहना दिया जाए तो फिर गाय की हर एक मूवमेंट की जानकारी मिलती रहेगी. अगर गाय के पेट में बीमारी के कारण कोई बदलाव हो रहा है तो उसकी जानकारी भी काऊ बेल्ट के जरिए मिल सकती है.

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