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Air Conditioner: गर्मियों में AC चलाने का ये है सही तरीका, बिजली भी बचेगी और नुकसान भी नहीं करेगा

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प्रतीकात्मक तस्वीर

नई दिल्ली. गर्मी इस कदर पड़ रही है कि रात में 10 बजे तक घर के बाहर हवाएं गर्म हैं. इस वजह से अब एसी का चलन बढ़ता ही जा रहा है. इस वजह से लोगों का खर्च भी बढ़ा है. क्योंकि एसी चलाने का मतलब ये है कि आप हर महीने 5 हजार रुपये से ज्यादा का बिजली का बिल चुकाने के लिए तैयार हो जाइए. एसी का पर्यावरण पर भी असर पड़ता है. ऐसे में सवाल उठता है कि एसी चलाने का सही तरीका गया है ताकि बिजली का बिल भी बचाया जा सके और नुकसान भी न करे.

ऊर्जा मंत्रालय के विशेषज्ञों कहते हैं कि हमेशा अपने एयर कंडिशनर को 26+ डिग्री पर ही चलाना चाहिए. जरूरत के समय पंखा भी चला सकते हैं. वहीं एनर्जी कंजर्वेशन ब्यूरो के कार्यकारी इंजीनियर की ओर से जारी की गई एडवाइजरी के मुताबिक AC का सही और समझदारी से उपयोग किया जाना चाहिए. दरअसल, इस वक्त गर्मियां हैं और नियमित रूप से एयर कंडिशनर का इस्तेमाल घरों में किया ज रह है.

तापमान सामान्य से हो जाता है कम
एक्सपर्ट कहते हैं कि ज्यादातर लोगों को अपने AC को 20-22 डिग्री पर चलाते हैं. जब उन्हें ठंड लगती है, तो उन्हें ठंड लगती है तो कंबल ओढ़ लेते हैं. इससे उन्हें दोहरा नुकसान होता है. दरअसल, हमारे शरीर का तापमान 37 डिग्री सेल्सियस होता है. जबकि शरीर 23 डिग्री से लेकर 39 डिग्री तक का तापमान आसानी से सहन करने की क्षमता रखता है. वहीं जब कमरे का तापमान कम या ज्यादा होता है तो छींकने, कंपकंपी आदि से शरीर प्रतिक्रिया करता है. वहीं एसी को 19-20 या 21 डिग्री पर चलाने से कमरे का तापमान सामान्य शरीर के तापमान से भी कम हो जाता है. इसके चलते इंसानों के शरीर में हाइपोथर्मिया नामक प्रक्रिया शुरू हो जाती है.

खून की आपूर्ति पर भी पड़ता है असर
जो रक्त परिसंचरण को प्रभावित करता है, जिससे शरीर के कुछ हिस्सों में खून की आपूर्ति प्रर्याप्त नहीं होती है, लंबी अवधि में कई नुकसान जैसे गठिया आदि कई रोग होते हैं. एसी चलाने पर अकसर पसीना नहीं आता है, इस वजह से बॉडी का टॉक्सिन्स बाहर नहीं निकल पाता है. इस कारण से कई और बीमारियों का खतरा पैदा हो जाता है. जैसे त्वचा की एलर्जी या खुजली, उच्च रक्तचाप, BP आदि का खतरा बढ़ जाता है. वहीं कम तापमान पर AC चलाने से कंप्रेशर लगातार पूर्ण ऊर्जा पर काम करता है. चाहे एसी फाइव स्टार ही क्यों न हो. ज्यादा बिजली की खपत होने की वजह से आपकी तबीयत भी खराब हो सकती है. जबकि ज्यादा बिजली खर्च होने से पैससा भी ज्यादा खर्च करना पड़ता है.

यहां पढ़ें सही तरीका क्या है
एसी को 26 डिग्री या उससे अधिक के लिए तापमान सेट करना चाहिए. अगर आपको AC से 20-21 के तापमान को पहले सेट करने से कोई फायदा नहीं हो रहा और फिर अपने चारों ओर शीट या पतली रजाई लपेट लें. एक्सपर्ट कहते हैं कि एसी को 26+ डिग्री पर चलाना और पंखे को धीमी गति से चलाना हमेशा बेहतर विकल्प है. जबकि 28 प्लस डिग्री बेहतर है. इससे बिजली कम खर्च होगी और आपके शरीर का तापमान भी सीमा में रहेगा और आपकी सेहत पर कोई बुरा असर भी नहीं पड़ेगा. इतना ही नहीं बिजली की खपत भी कम हो. दिमाग और पर ब्लड प्रेशर भी कम होगा और बचत अंततः ग्लोबल वार्मिंग के प्रभाव को कम करने में मदद करेगी. मान लीजिए कि आप एसी को 26+ डिग्री पर चलाते हैं तो रातभर में लगभग 5 यूनिट बिजली की बचत करते हैं और अन्य 10 लाख घरों के लोग ऐसा करते हैं तो हम प्रति दिन 5 मिलियन यूनिट बिजली बचाते हैं. क्षेत्रीय स्तर पर यह बचत प्रति दिन करोड़ों यूनिट हो सकती है.

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