नई दिल्ली. पशुपालन के दौरान जब पशु की जेर नहीं गिरती तो उससे कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं. एनिमल एक्सपर्ट कहते हैं कि जेर न गिरने की वजह से पशु के गर्भाशय में संक्रमण हो सकता है और यूट्रस के समान्य अवस्था में आने में देर लगती है. इसके चलते पशु के दूध उत्पादन में भी कमी आ सकती है और अक्सर पशु को भूख भी नहीं लगती है. आमतौर पर बच्चा देने के बाद चार से पांच घंटे में जेर अपने आप बाहर निकल जाती है लेकिन कई बार ऐसा होता है कि जेर नहीं भी निकलती. अगर जेर 8 से 12 घंटे बाद भी नहीं निकलती तो इसे जेर का रुकना माना जाता है जो कि अच्छे संकेत नहीं है.
एनिमल एक्सपर्ट कहते हैं कि जेर न गिरने की स्थिति में पशु को नुकसान होने का बहुत ज्यादा खतरा बढ़ जाता है. इस वजह से कई बार पशु चिकित्सक की मदद भी लेनी पड़ती है. इस आर्टिकल में हम आपको एक ऐसा तरीका बताने जा रहे हैं, जिससे जेर गिरने में ज्यादा दिक्कत नहीं आएगी. अगर जेर न गिरे तो आप पशु के साथ इस तरीके को अपना सकते हैं. जिससे आपको 1 घंटे में ही असर देखने को मिलेगा. आइए इस बारे में जानते हैं.
इस वजह से भी होती है दिक्कत
दरअसल, अक्सर ये भी होता यह है कि पशुपालक पशु की जेर न गिरने पर जबरदस्ती बाहर निकालने की कोशिश करते हैं. इससे मामला और बिगड़ जाता है. इससे जेर अंदर ही टूट जाती है और पशु को संक्रमण होने का खतरा रहता है. या फिर कभी-कभी खुद से ही जेर अंदर टूट कर रह जाती है. इसके चलते पशु के दूध उत्पादन में काम हो जाता है कई बार हार्मोन की कमी की वजह से भी पशु की जय बहाने निकलती है. ऐसे में भिंडी की सब्जी में कमाल कर सकती है. जिससे जेर आसानी के साथ बाहर निकल आती है.
खिलाएं भिंड़ी, फिर देखें कमाल
पशु की डिलीवरी के थोड़ी देर के बाद जब जेर बाहर न निकले तो पशु को भिंडी खिलाई जाती है. जिससे जय बाहर आ जाती है. भिंडी का इस्तेमाल करके से जेर बाहर निकलने का भा तरीका है. इसके लिए आपको 250 ग्राम अमर बेल लेनी है और उसको अच्छे से पीस लेना है. इसके बाद फिर इसमें ढाई सौ ग्राम तक भिंडी के बीज का इस्तेमाल किया जाता है. आप चाहे तो भिंडी का इस्तेमाल कर सकते हैं. दोनों ही चीज यानी बेल और भिंडी के बीज को अच्छी तरह से पीस कर पशु को खिला देना हैं. फिर एक घंटे के अंदर पशु जेर साफ कर देगा.
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