नई दिल्ली. यदि आप भी बकरी-भेड़ और अन्य पशुओं को पालकर मुनाफा कमाना चाहते हैं तो उनके हेल्थ का ध्यान आपको रखना ही होगा, क्योंकि स्वास्थ्य संबंधी जानकारी न होने पर आपके पशु बीमार पड़ जाएंगे और ऐसा होने से उत्पादन कम हो जाएगा, जिसका सीधा नुकसान आपको ही होगा. मवेशियों, बकरियां और भेड़ में होने वाले रोग उनके बचाव के उपाय के बारे में भी पता होना जरूरी है. इस बिजनेस से अधिक लाभ तभी मिलेगा जब पशु स्वस्थ रहेंगे. पशुओं को स्वस्थ रखने के लिए समय-समय पर उनका टीकाकरण कराना जरूरी है. ऐसे में किसानों को यह जानकारी होना चाहिए कि किस भेड़-बकरियों और मवेशियों को कब टीका लगवाना चाहिए.
बारिश के मौसम में रखें खास ख्याल
यहां आप यह भी बताते चलें कि अपने पशुओं का टीका लगवाना चाहिए. क्योंकि आजकल सभी बीमारियों का टीका बाजार में सस्ते दामों में मिल जाता है. एक बार टीकाकरण कराकर किसान और पशुपालक साल भर के लिए पशुओं को बीमारी से सेफ कर सकते हैं. इसके अलावा किसान यह भी जान लें कि पशुओं को जून महीने से पहले टीकाकरण करवा दें. क्योंकि बरसात के दिन में पशुओं में बीमारी के फैलने का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है. ऐसे में पशुपालकों को दुधारू पशु जो, 3 महीने से बड़े हों उसका टीकाकरण करवा सकते हैं. अधिक गर्मी के दिनों में 6 महीने से बड़े पशुओं को टीका नहीं लगाना चाहिए.
सस्ते दाम पर लगवाएं ये टीका
पशुओं को बीमारी से बचाने के लिए रक्षा ट्रायोवैक तीन मिलीलीटर प्रति प्रति पशु लगवाना चाहिए. यह टीका तीन प्रमुख बीमारी खुरपका, मुंहपका और गला घोंटू बीमारी के लिए बेहतर है. इसके अलावा रक्षा वाइयोवैक भी इन बीमारियों के लिए फायदेमंद दवा है. वहीं इन सारी दावाओं का को 20 रुपये प्रति पशु की लागत पर लगवा सकते हैं.
किस बीमारी के लिए कौन सी वैक्सीन लगवाएं
अपने मवेशियों को जून के महीने में गिल्टी रोग के लिए स्पोर वैक्सीन का टीका लगवाएं. इसकी अवधि 1 साल की होती है. इसके अलावा मई—जून के महीने में होने वाले लंगड़ी रोग के लिए मृत वैक्सीन का टीका लगवाएं. इससे 1 साल तक पशुओं की हिफाजत हो सकती है. आपके पशु को गलाघोंटू रोग है तो आयल एडजुवैट वैक्सीन लगवाएं. यह पशुओं को साल भर तक रोग से दूर रखेगी. अगर आपके मवेशी को खुरपका—मुंहपका रोग है तो उसे पाली वैलेट टिशु कल्चर वैक्सीन लगवाएं. 6 महीने से 9 महीने तक ये आपके मवेशी की हिफाजत करेगा.
भेड़-बकरियों को कौन सा टीका लगाना चाहिए
भेड़ और बकरियों को पालने वाले किसान उनको खुरपका मुंहपका रोग से बचाने के लिए एफएमडी का टीका लगवा सकते हैं. इस टीके की अवधि 6 महीने की होती है. वहीं अगर आपके भेड़ बकरियों को गलाघोटू रोग है तो उन्हें एचएस का टीका जरूर लगवाएं. इसकी अवधि 1 साल की होती है. इसके अलावा बकरी को प्लेग की दिक्कत हो तो उन्हें पीपीआर टीका जरूर लगवा देना चाहिए.
Leave a comment