नई दिल्ली. जब कभी डेयरी उद्योग की बात होगी तो जर्सी गाय के बिना ये विषय अधूरा है. डेयरी उद्योग में जर्सी गाय का महत्व बहुत अधिक रहा है. मौजूदा वक्त में दुनियाभर में जर्सी गाय की मांग है. इस गाय को इसलिए पसंद किया जाता है कि इसकी दूध देने की क्षमता बहुत ही अच्छी है. जानकार बताते हैं कि जर्सी नस्ल की गाय एक बार ब्याने के बाद सबसे ज्यादा लंबे समय तक दूध देती है. जर्सी गाय से जुड़ी कई अहम बातें पिछले कुछ आर्टिकल में आपके साथ शेयर कर चुके हैं.
जर्सी गाय को भी अन्य गायों की तरह देखभाल की जरूरत होती है. किसी भी पशु के पालन के दौरान उसके प्रसव की टाइमिंग बेहद ही अहम होती है. क्योंकि यही वो वक्त होता है जब पशुपालकों के पास मौजूद मवेशियों की संख्या में इजाफा होता है. अगर पशु ने बछिया जन्म दिया है तो फिर क्या ही कहने. क्योंकि आगे चलकर यही बछिया दूध देने वाला पशु होगी. इसलिए एक्सपर्ट इस बात की सलाह देते हैं कि जर्सी गाय के प्रसव से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है, जो कुछ इस प्रकार हैं.
जर्सी गाय के प्रसव से दो महीने पहले उसका दूध निकालना बंद कर देना चाहिए.
जर्सी गाय को गाभिन अवस्था के अंतिम चरण में सभी विटामिन और मिनरल्स देने चाहिए.
प्रसव के कुछ सप्ताह पहले ही जर्सी गाय को दूसरी गाय से दूर बांध देना चाहिए.
प्रसव के समय जर्सी गाय के आस – पास खड़ा नहीं होना चाहिए.
जर्सी नस्ल के प्रसव में 4 से 5 घंटे का समय लग सकता है, ऐसे में धैर्य से काम लेना चाहिए.
प्रसव के समय बछड़े को जबरदस्ती बाहर नहीं निकालना चाहिए.
प्रसव के बाद गाय की जेर जबरदस्ती बाहर नहीं खींचना चाहिए.
जर्सी गाय के लिए उचित स्थान कौन सा है
जर्सी नस्ल की गाय एक विदेशी गाय है जो मुख्य रूप से यूके के जर्सी द्वीप पर पाई गई थी. ऐसे में बात करें यहां के वातावरण या तापमान की तो यहां 4 डिग्री से लेकर 25 डिग्री तक ही पारा जाता है. यानी कि ये स्थान थोड़े ठंडे इलाके में आता है. ऐसे में जर्सी गाय के रहने के लिए एक ऐसा स्थान होना चाहिए जहां गर्मी अधिक न पड़ती हो. वहीं अगर आप इन्हें गर्म तापमान वाली जगह पर पालना चाहते हैं तो इनके लिए रहने का इंतजाम ऐसा होना चाहिए, जिसमें इन्हें गर्मी अधिक न लगे, वरना इनकी उत्पादकता घट सकती है.
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