नई दिल्ली. बरबरी बकरी बकरियों की एक ऐसी नस्ल है जो अच्छे और स्वादिष्ट मीट उत्पादन, दूध देने की क्षमता और रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए जानी जाती है. इस नस्ल की उत्पत्ति सबसे पहले उत्तरी अफ्रीका में हुई थी लेकिन अब ये दुनिया भर में पाली जा रही है. भारत में बरबरी बकरी एक लोकप्रिय नस्ल बन चुकी है और इसका उपयोग मांस और दूध के साथ-साथ उन उत्पादन के लिए भी किया जाता है. किसान बकरी पालन का कार्य शुरू करना चाहता है तो निश्चित रूप से बराबरी प्रजाति की बकरी पालन करके अच्छी आय कमा सकता हैं. बरबरी बकरी आकार में छोटी और पतली होती है इस नस्ल को भारत में विशाल क्षेत्र में पाला जाता है. भारत के कुछ राज्यों जैसे पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और बिहार बरबरी नस्ल की बकरी बड़ी संख्या में मौजूद है.
बकरीद पर मिलता है अच्छा दाम
ये बकरी न सिर्फ एक दिन में 1 किलो दूध देती है. बल्कि इसका मीट बहुत स्वादिष्ट होता है. इस बकरी को कम कीमत पर और कहीं भी पाला जा सकता है. उनका रखरखाव काफी सरल होता है. खास मीट क्वालिटी की वजह से बकरीद में इससे एक अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है. पशुपालकों इससे अच्छा खर्चा मिलता है. इन बकरियां में बीमारी का खतरा बहुत कम होता है. उन्हें चराई के लिए बहुत बाहर नहीं ले जाना होता. यह 12 महीने के अंदर ही बाजार के लिए तैयार हो जाती हैं. यह बकरियां अलग-अलग बकरियां में तुलना में अधिक चुस्त होती हैं.
एक वर्ष के अंदर हो जाती हैं तैयार
मथुरा स्थित केंद्रीय बकरी मूल्यांकन संस्थान में प्रशिक्षण दिया जाता है. शिक्षण लखनऊ स्थित द बकरी परसेप्शन द्वारा भी ट्रेनिंग हासिल कर बकरियां खरीदी जा सकती हैं. इस बकरी की विशेषताओं की बात की जाए तो यह मध्यम आकार की बकरी हैं जो चोटी से 25 इंच और आकार में 30 इंच तक पहुंच सकती है. बरबरी बकरी हिरण की तरह दिखाई देती है. इसकी छाया भूरे धब्बे के साथ सफेद और आमतौर पर सफेद दागों के साथ भूरी होती है. तैयार हो चुके बराबरी नस्ल के बकरे का वजज 37.85 किलो ग्राम तक होता है. जबकि बकरियों का वजन 25 किलो तक होता है. ये बकरियां 9 से 10 महीने में तैयार हो जाती हैं.
यूपी के अलावा इन राज्यों में पाली जाती हैं
इन बकरियों को किसी भी मौसम जलवायु में पाला जा सकता है. इनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी अच्छी होती है. एक दिन में एक से 1.5 लीटर दूध दे सकती हैं. इनका मीट स्वादिष्ट होता है. वैसे तो बरबरी बकरी सभी राज्यों में उपलब्ध है. ये पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान राज्य में आसानी से मिल जाती है. उत्तर प्रदेश में मथुरा, इटावा क्षेत्र में पाई जाती है. इसके अलावा राजस्थान के हनुमानगढ़ गंगानगर में सबसे ज्यादा बकरियां पाई जाती हैं. पंजाब और हरियाणा के सिरसा या मनसा आदि क्षेत्र में सबसे ज्यादा बरबरी बकरियां पाली जाती हैं और इन्हें सबसे कम दामों में खरीदा जा सकता है.
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