नई दिल्ली. बकरियां हर तरह के मौसम को खुद को ढाल लेती हैं और ये मीट और दूध के जरिए बकरी पालकों की खूब कमाई भी कराती हैं. बकरी को बेहद कम लागत में पाला जा सकता है. इसलिए इसे गरीब आदमी की गाय भी कहा जाता है. एनिमल एक्सपर्ट डॉ. इब्ने अली की मानें तो विश्व में बकरियों की 65 प्रतिशत आबादी के मुकाबले सिर्फ एशियाई के देशों में और 29 प्रतिशत है. जबकि यहां बकरी के दूध का सेवन बहुत समय से हो रहा है. वहीं ज्यादातर यूरोप देश गाय के मुकाबले बकरी के दूध पर पसंद करते हैं. बकरी के दूध की पिछले कुछ समय से खूबी सामने आई है.
गौरतलब है कि 1960 के दशक से वैश्विक बकरियों की आबादी में वृद्धि दर्ज की गई है. मुख्य रूप से मानव आबादी के बीच बदलती आय और आहार संबंधी प्राथमिकताओं और डेयरी पशुओं को पालने के लिए जगह की कमी के कारण भी इसकी संख्या में इजाफा हुआ है. 1990 के दशक से अब तक भी इसमें ग्रोथ दर्ज की गई है. वहीं दुनिया भर में डेयरी बकरियों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है. डेयरी बकरी उत्पाद स्थापित और उभरते दोनों बाजारों में लगातार मांग में है. हाल ही के वर्षों में, बकरी के दूध के उत्पादन और में ग्रोथ दर्ज की गई है.
बकरी की खासियत यहां पढ़ें
बकरी का दूध क्षारीय होता है जबकि गाय का दूध अम्लीय होता है.
बकरी के दूध के प्रोटीन का पाचन शक्ति गुणांक 85 फीसदी तक होती है.
बकरी के दूध के प्रोटीन का जैविक मूल्य 8.5 प्रतिशत होता है.
वसा ग्लोब्यूल्स ठीक और छोटे (आकार 2 माइक्रोन) होते हैं. इसलिए इसे आसानी से इसे पचाया जा सकता है.
बकरी का दूध कोलेस्ट्रॉल में कम और कैल्शियम, फास्फोरस और विटामिन ए और बी में अधिक होता है.
बकरियां अपने भोजन में सभी कैरोटीन बी विटामिन ए में परिवर्तित करती हैं, इसलिए उनके दूध में अधिक विटामिन ए होता है और गाय के दूध की तुलना में सफेद होता है.
बकरी के दूध में 9 खनिज होते हैं जिन्हें इंसानों के उपयोग में लिए जाने वाले किसी भी अन्य दूध से अधिक माना जाता है.
बकरी के दूध प्रोटीन में 11 आवश्यक अमीनो एसिड आर्जिनिन, हिस्टिडीन, लाइसिन, आइसोल्यूसीन, वेलिन, ट्रिप्टोफैन, फिनाइल एलेनिन, मेथियोनीन, थ्रेओनीन, ल्यूसीन हैं.
बकरी के दूध में गाय और मानव दूध की तुलना में अधिक कैल्शियम, फास्फोरस और पोटेशियम होता है.
बकरी के दूध का घनत्व गाय के दूध की तरह होता है, जबकि इसमें चिपचिपाहट, खास तरह की ग्रेविटी होती है.
औसत पीएच मान 6.5 से 6.9 तक होता है. बकरी के दूध का दही गाय के दूध की तुलना में बहुत कम होता है.
बकरी के दूध का हिमांक लगभग -0.580 डिग्री सेल्सियस, चिपचिपाहट 27 डिग्री सेल्सियस पर 13.4 एमपी, लैक्टिक एसिड के रूप में टाइट्रेबल अम्लता 0.11 से 0.18 प्रतिशत तक होती है.
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