नई दिल्ली. आईसीएआर-राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान, करनाल के एनएन दस्तूर ऑडिटोरियम में शैक्षणिक पखवाड़ा कार्यक्रम का उद्घाटन “इनोवेशन एंड क्रिएटिविटी कॉन्टेस्ट-2024” से किया गया. प्रतियोगिता का उद्घाटन करते हुए संस्थान के निदेशक एवं कुलपति डॉ. धीर सिंह ने अपने अध्यक्षीय भाषण में बताया कि विशेष रूप से युवा छात्रों के लिए विकसित यह कार्यक्रम उनके स्टार्ट-अप और व्यावसायिक उद्यमों के शुरुआती विकास में मदद करेगा. यह अनूठा कार्यक्रम न केवल नौकरी और व्यवसाय सृजन में सहायता करेगा बल्कि इसके विकास में भी तेजी लाएगा और नए छात्र उद्यमियों को उनके व्यावसायिक उद्यमों में मदद करके प्रोत्साहित करेगा. उन्होंने आगे कहा कि इस प्रतियोगिता के तहत चुने गए और छात्रों द्वारा तैयार किए गए आइडिया को ,योजनाओं को मूर्त रूप देने के लिए 2 लाख तक का पुरस्कार दिया जाएगा.
विद्यार्थियों ने 35 नए आइडिया प्रस्तुत किए
डॉ. आशीष कुमार सिंह (संयुक्त निदेशक, शिक्षाविद) ने बताया कि हमारे छात्रों को नौकरी चाहने वालों से नौकरी देने वालों की ओर मोड़ने की जरूरत है. उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों द्वारा 35 नए आइडिया प्रस्तुत किए गए. इनमें से 8 आइडिया व्यावसायिक उद्यमों से चुने गए हैं और 7 आइडिया अनुसंधान आधारित कार्यक्रमों से हैं.
दूध में मिलावट का पता लगाने के बारे में बताया
डॉ. सिंह ने आगे कहा कि ये कार्यक्रम हमारे छात्रों को अपनी व्यावसायिक योजनाएं विकसित करने में सहायता करेंगे और विशिष्ट डेयरी पशुओं के उत्पादन और दुग्ध उत्पाद उद्योग के क्षेत्र में एक सफल उद्यमी के रूप में अपनी यात्रा शुरू करने में विद्यार्थीयो की मदद करेंगे. बी.टेक, मास्टर्स और डॉक्टरेट छात्रों ने कुछ अद्वितीय प्रोबायोटिक उत्पादों, दूध में मिलावट का पता लगाने और बेहतर डेयरी पशुओं के गुणन सहित नए डेयरी उत्पाद बनाने के लिए अपने विचार प्रस्तुत किए. प्रस्तावों का मूल्यांकन विशेषज्ञों के एक पैनल द्वारा किया गया.
सालभर आयोजित होंगे कार्यक्रम
डेयरी प्रौद्योगिकी प्रभाग के प्रमुख डॉ. डी.एन. यादव ने बताया कि युवा उद्यमियों को डेयरी उद्योग में करियर बनाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए हर साल इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. कार्यक्रम में सभी छात्र, सेवानिवृत्त वैज्ञानिक और संकाय सदस्य शामिल हुए.
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