Home मछली पालन Fish Farming : ऐसे करेंगे तालाब मैनेजमेंट, तो मछली पालन में होगी जबरदस्त कमाई, जानिए पूरी डिटेल
मछली पालन

Fish Farming : ऐसे करेंगे तालाब मैनेजमेंट, तो मछली पालन में होगी जबरदस्त कमाई, जानिए पूरी डिटेल

Interim Budget 2024
प्रतीकात्मक तस्वीर.

नई दिल्ली. मछली पालन को सरकार बढ़ावा दे रही है और किसान भी मछली पालन करके अपनी इनकम दोगुना कर रहे हैं. देश की कुल आबादी के 70 फीसदी लोग मछली का सेवन करते हैं. आने वाले समय में मछली की मांग और ज्यादा बढ़ जाएगी. इसको देखते हुए मछली पालन एक फायदे का सौदा है. अगर मछली किसान मछली पालन में और ज्यादा मुनाफा कमाना चाहते हैं उन्हें मछलियों की बीमारी और तालाब के बारे में पूरी जानकारी होना चाहिए. खासतौर पर प्रजनक तालाबों की जलीय गुणवत्ता मापदंडों से जुड़ी आम समस्याएं होती हैं, यदि इसका समाधान मछली पालन के पास नहीं है तो नुकसान होगा.

समस्या की बात की जाए तो अक्सर तालाब के जल में घुलित ऑक्सीजन की मात्रा में कमी हो जाती है. ये अक्सर अपर्याप्त वायु संचरण (मुख्यतः आसमान में बादल छाए रहने पर) प्रजनकों का अधिक भंडारण घनत्व अधिक आहार देने के कारण ऑक्सीजन की खपत करने वाले रसायनों के कारण होता है. इस समस्या के कारकों की पहचान कर प्रत्येक में सुधार करें. जैसे कि वायुकरण यंत्रों का उपयोग कर या जल को बदल कर प्रजनकों का भंडारण घनत्व कम कर (1500 कि.ग्रा. प्रति हे.) आहार में कमी कर ऑक्सीजन की खपत करने वाले रसायनों के प्रयोग के समय वायुकरण यंत्रों का उपयोग करें.

एयर पंप से आक्सीजन बढ़ाएं: पानी में योगदान करने वाले कारकों का निर्धारण कर सुधार करें तुरंत ही 15- 20 प्रतिशत जल को बदल दें. एयर पंप का इस्तेमाल कर ऑक्सीजन के स्तर में वृद्धि कर दें. यदि क्षारीयता का स्तर 100 मि.ग्रा./लि. (लगभग 100-180 मि.ग्रा./लि. पर रखें) से कम है, तब जल में सोडियम बाइकार्बनिट का उपयोग करें. प्रजनकों का भंडारण घनत्व कम कर दें (1500 कि.ग्रा. प्रति है.)। आहार दरों में कमी कर दें. वहीं एयर ट्रांसमिशन को बढ़ाये वायुकरण यंत्रों का उपयोग कर ऑक्सीजन के स्तर में वृद्धि कर दें. प्रजनकों का भंडारण घनत्व कम कर दें (1500 कि.ग्रा. प्रति है). आहार दरों में कमी कर दें। पीएच मान को बढ़ाने के लिए चूना का प्रयोग करें.

तालाब अमोनिया अथवा नाइट्राइट का उच्च स्तर: तालाब के जल में घुलित ऑक्सीजन, क्षारीयता के स्तर अथवा पीएच मान बहुत कम, अथवा जल के तापमान में तेजी से उतार-चढ़ाव प्रजनकों का अधिक भंडारण घनत्व अधिक आहार देने के कारण प्रजनकों का भंडारण घनत्व अथवा आहार के दर अधिक होने पर बड़ी मात्रा में अमोनिया का रूपांतरण नाइट्राइट में और अंततः नाइट्रेट में हो रहा है. हाइड्रोजन ऑयन्स, कार्बन डाइ-ऑक्साइड अथवा जैविक अम्ल में बढ़ोतरी निम्न द्वारा होती है. वायु संचरण में कमी प्रजनकों का अधिक भंडारण घनत्व अधिक आहार देने के कारण स्रोत जल में अपर्याप्त क्षारीयता जल को बदलें प्रजनकों का भंडारण घनत्व कम कर दें. (1500 कि.ग्रा. प्रति हे.)। आहार दरों में कमी कर दें.

Written by
Livestock Animal News

लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज (livestockanimalnews.com) एक डिजिटल न्यूज प्लेटफार्म है. नवंबर 2023 से ये लगातार काम कर रहा है. इस प्लेटफार्म पर एनिमल हसबेंडरी () यानि मुर्गी पालन, डेयरी (), गाय-भैंस, भेड़-बकरी, घोड़ा, गधा, मछली और पशुपालन, चारा, पशु चिकित्सा शि‍क्षा से जुड़ी खबरें पढ़ने को मिलती हैं. ऐग और चिकन के रोजाना बाजार भाव भी इस प्लेटफार्म पर प्रकाशि‍त किए जाते हैं. नेशनल मीडिया जैसे न्यूज18 हिंदी, हिन्दुस्तान, अमर उजाला, दैनिक जागरण, दैनिक भास्कर में काम कर चुके पत्रकार (रिर्पोटर) की टीम लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज के लिए खबरें और स्टोरी लिखती है. केन्द्र सरकार के Poultry, Cow, Buffalo, Goat, Sheep, Camel, Horse (Equine), Fisheries, Donkey, Feed-Fodder and Dairy रिसर्च इंस्टीट्यूट के साइंटिस्ट से बात कर उनकी रिसर्च पर आधारित न्यूज-स्टोरी लिखी जाती हैं. इसके साथ ही लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज प्लेटफार्म पर एनिमल साइंस और वेटरनरी कॉलेज-यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और एक्सपर्ट से बात करके खबरें लिखी जाती हैं और उनके लिखे आर्टिकल भी पब्लिूश किए जाते हैं. ये सभी स्टोरी और स्टोरी से जुड़े वीडियो सोशल मीडिया फेसबुक, यूट्यूब (YouTube), इंस्टाग्राम, एक्स (ट्विटर) और लिंक्डइन पर शेयर किए जाते हैं. पशुपालकों की सक्सेट स्टोरी लिखी जाती हैं. उसी सक्सेस स्टोरी के वीडियो बनाकर उन्हें लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज के यूट्यूब चैनल पर पब्लिैश किया जाता है. अंग्रेजी में भी न्यूज और आर्टिकल पब्लिाश किए जाते हैं. लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज पशुपालन, मछली पालन, मुर्गी पालन और डेयरी से जुड़े विषयों पर होने वाली सेमिनार, वर्कशॉप और एक्सपो को भी कवर करता है. साथ ही एनिमल हसबेंडरी मंत्रालय से जुड़ी खबरें भी कवर करता है. बाजार में आने वाले नए प्रोडक्ट की जानकारी भी इस प्लेटफार्म पर दी जाती है.

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

जब पूरी जानकारी होगी तो नुकसान का चांसेज कम होगा और इससे मुनाफा ज्यादा होगा. इसलिए अगर आप मछली पालन करना चाहते हैं तो जरूरी है कि मछली को खाना खिलाया जाता है उसकी जानकारी तो कम से कम कर लें.
मछली पालनसरकारी स्की‍म

PMMSY की 3 अहम पहल से फिशरीज सेक्टर को हुए कई फायदे, पढ़ें यहां

पीएमएमएसवाई लाभार्थी गतिविधियों और बिजनेस मॉडल के तहत वित्तीय सहायता (1.5 करोड़...

fish farming
मछली पालन

Fish Farming: मछलियों की बेहतर ग्रोथ के लिए किस तरह का फीड दिया जाए, जानें यहां

यदि आप भी चाहते हैं कि आपके तालाब की मछलियां हैल्दी रहें...

Under the Prime Minister Matsya Sampada Yojana (PMMSY), the flagship scheme of the Government of India in Andhra Pradesh, a total investment of Rs 2300 crore has been envisaged in the fisheries sector for five years. livestockanimalnews
मछली पालन

Fisheries: मछुआरों की समस्याओं को हल करने पर दिया गया जोर, परेशानियों का हल भी बताया

नीति निर्माण और वैज्ञानिक अनुसंधान को एक साथ चलना चाहिए और वैज्ञानिक...