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ITBP ने पशु-मछली, पोल्ट्री फार्मर्स को दिलाया 200 करोड़ का बाजार

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प्रतीकात्मक फोटो

नई दिल्ली. उत्तराखंड के पशुपालक, मछली पालक और पोल्ट्री फार्मर्स के लिए अच्छी खबर सामने आ चुकी है. अब इस राज्य के भेड़—बकरी, मुर्गी और मछली पालन करने फार्मर्स को आईटीबीपी और सरकार एक अहम कदम से 200 करोड़ रुपए का बाजार मिलने जा है. दरअसल, आइटीबीपी पशु, मुर्गी और मछली पलकों से दूध-अंडा और मीट खरीदेगी. इसको लेकर राज्य सरकार और आईटीबीपी के बीच समझौता ज्ञापन एमओयू साइन किया गया है. इस ओएमयू के तहत आईटीबीपी 80 से अधिक सहकारी समितियां के माध्यम से 11 हजार पशुपालकों, मुर्गी पालकों और मछली पालकों को सीधा फायदा पहुंचाएगी.

बताया गया है कि इसमें ज्यादातर महिलाओं को शामिल किया गया है. जिसमें 7 हजार महिलाएं पशु, मुर्गी और मछली पालक के तौर पर शामिल की जाएंगी. 10 हजार भेड़-बकरी पालकों, 800 पोल्ट्री फार्मर और 500 मछली पलकों को इसका फायदा होगा. ओएमयू साइन करने के दौरान सीएम पुष्कर सिंह धामी और पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा मौजूद रहे. पशुपालन सचिव डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम और आईटीबीपी से आईजी संजय गुंज्याल ने ओएमयू पर हस्ताक्षर किए.

उत्ताखंड के लोगों को मिलेगा फायदा
बताया जा रहा है कि उत्तराखंड में यह पहला मौका है, जब इतने बड़े पैमाने पर भेड़-बकरी मछली और मुर्गी पलकों को बिक्री करने के लिए बाजार उपलब्ध हुआ है. इससे सालाना 200 करोड़ रुपये के कारोबार का अनुमान लगाया जा रहा है. वाइब्रेंट विलेज योजना के तहत आईटीबीपी की राज्य में तैनात वाहिनी के लिए स्थानी उत्पादों जिंदा बकरी व भेड़, चिकन और मछली की आपूर्ति होगी. सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इससे स्थानीय लोगों की आजीविका बढ़ेगी और उन्हें किसी न किसी रूप में देश की सुरक्षा में योगदान करने का भी मौका मिलेगा.

पलायन रोकने में भी मिलेगी मदद
सीएम ने कहा कि स्थानीय लोगों का आईटीबीपी के साथ संपर्क बढ़ेगा. सीमांत क्षेत्र में रहने वाले लोग देश के प्रहरी भी बनेंगे. वहीं राज्य में स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए आईटीबीपी ब्रांड एंबेसडर की भूमिका में काम करेगा. सीएम ने अधिकारियों से कहा कि राज्य के स्थाई स्थानीय उत्पादों की उपलब्धता पर्याप्त मात्रा में करने के लिए हर जरूरी कदम उठाएं. आईटीबीपी को सब्जियां, दूध, पनीर, अंडा की आपूर्ति की व्यवस्था की दिशा में योजना बनाए जाने का निर्देश दिया. पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि पशुपालक को और मत्स्य पलकों की आजीविका इससे बढ़ेगी. यह एक महत्वपूर्ण फैसला है. इसके लिए उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और सीएम धामी का भी आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि इससे पलायन को रोकने में मदद मिलेगी.

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