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Milk: 12 लीटर दूध देने वाली भैंस को फीड में क्या-क्या खिलाएं जानें यहां

अप्रैल महीने में भैंसे हीट में आती हैं और यह मौसम उनके गर्भाधान के लिए सही है. लेकिन इस बार अप्रैल के महीने में गर्मी अधिक है. ऐसे में गर्भाधान में प्रॉब्लम आ सकती है.
प्रतीकात्मक तस्वीर.

नई दिल्ली. पशुपालक भाई दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए न जाने क्या-क्या तरीका अपनाते हैं, फिर भी दूध का उत्पादन नहीं बढ़ता है. एनिमल एक्सपर्ट का कहना है कि दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए पशुपालक भाइयों को फीड मैनेजमेंट की भी जानकारी होनी चाहिए. यानी उन्हें फीड में क्या-क्या देना है और कितना देना है. मतलब जो भैंस 10 लीटर दूध दे रही है उसे कितना फीड दिया जाए और जो भैंस 12 लीटर दूध दे रही उसे कितना फीड दिया जाए. अगर उनकी जरूरत के मुताबिक उन्हें फीड नहीं दिया जाएगा तो इससे दूध उत्पादन में कमी आ जाएगी. जिसका डेयरी फार्मिंग केे काम में नुकसान होगा.

अगर पशुपालक भाइयों को सही तरह से फीड मैनेजमेंट की जानकारी नहीं है तो इससे उनका पशु दिन-ब-दिन कमजोर होता चला जाता है और उसे बीमारियां भी जल्दी से घेर लेती हैं. अगर पशुओं को बीमारियां घेर लेती हैं तो इसे एक तरफ दूध उत्पादन कम होगा तो उसे तो दूसरी ओर दवा इलाज करने में भी जेब से पैसे लगाने पड़ेंगे. इससे भी नुकसान होगा और बंधी पूंजी भी टूट सकती है. इसलिए इस बात का जरूर ख्याल रखें कि पशुओं को कब क्या खिलाना चाहिए और कितना खिलाना चाहिए. इस बारे में हम आपके यहां बताते हैं.

क्या-क्या खिलाना है जानें यहां
दुधारू पशुओं को फीड के तौर पर बिनौले कि खल, चने की चूरी, चोकर जरुर खिलाना चाहिए. इसके अलावा गेहूं का भूसा भी खिलाना चाहिए. इन सारी चीजों को मिक्स करके अगर आप भैंस को खिलाते हैं तो इससे न सिर्फ उसका दूध उत्पादन बेहतर रहेगा. बल्कि पशु की सेहत भी अच्छी रहेगी. चने की चूरी चोकर और गेहूं के भूसे में पोषक तत्व मौजूद होते हैं. इसका इस्तेमाल पशुओं के आहार के तौर पर करना चाहिए. बिनौले की खल को खिलाने से दूध की मात्रा और पौष्टिकता बढ़ती है. यह पशुओं के स्वास्थ्य को भी ठीक रखती है. वहीं बीमारी से बचाने में भी मददगार है.

एक दिन में कितना फीड खिलाना चाहिए
अब बात आती है कि दुधारू पशुओं को कितना फीड देना चाहिए, मान लीजिए अगर आपकी भैंस 12 लीटर दूध का उत्पादन कर रही है तो कम से कम आधा फीड यानी 6 किलो फीड आप उसे खाने के लिए दे सकते हैं. याद रखें कि यह फीड एक बार में नहीं देना है. बल्कि तीन-तीन किलो दो बार में देना है. यानी सुबह और शाम में आपको तीन-तीन किलो फीड खिलाना है. वहीं शाम के वक्त आधा किलो पशुओं को गुड़ भी जरूर खिलाएं. क्योंकि गुड़ खाने से भैंस को एनर्जी मिलेगी और इससे भी दूध उत्पादन वेतन मिलता है.

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