नई दिल्ली. अगर आप मीट उत्पादन के लिए बकरों को पाल रहे हैं तो यह एक बेहतरीन काम है. इससे आपको अच्छी इनकम मिल सकती है, लेकिन बकरों की सही खुराक भी उन्हें देना चाहिए. तभी वह जल्दी मोटे ताजे और तंदुरुस्त नजर आएंगे और इससे आपको मीट उत्पादन के लिए किए गए बकरा पालन में अच्छा खासा फायदा मिलेगा. अगर उनकी सेहत अच्छी नहीं रहेगी तो आपको बकरों के दाम अच्छे नहीं मिलेंगे. जिससे इस काम में नुकसान हो सकता है. आपको बता दें कि बकरों को सरसों का तेल भी पिलाया जाता है. इसके कई फायदे हैं.
पशुओं और मत्स्य संसाधन विभाग (Department of Animal and Fishery Resources) बिहार सरकार के मुताबिक अगर सरसों का तेल बकरों के पिलाया जाए तो उन्हें फायदा मिलता है लेकिन कोशिश करें कि सरसों का तेल शुद्ध हो. अगर आपके आसपास शुद्ध सरसों का तेल मिल जाता है तो इससे बकरों का फायदा होगा.
क्यों पिलाना चाहिए सरसों का तेल
बकरों को अगर तैयार करना है उनको मोटा करना है और उनका वजन बढ़ाना है तो उन्हें सरसों का तेल जरूर पिलाना चाहिए.
एक्सपर्ट के मुताबिक जहां पर कोल्हू का तेल निकाला जाता है, वहां से तेल लें और फिर बकरों को इसे पिलाएं.
आप बकरे को हर रोज सरसों के तेल पीला सकते हैं लेकिन उन्हें तेल बॉडी वेट के मुताबिक देना पड़ेगा.
अगर 20 से 25 किलो का बकरा है उसे 3 से 4 एमएल हर रोज दाने में मिक्स करके या चारे में मिक्स करके दे सकते हैं.
अगर आप बकरे को तीन से चार एमएल सरसों का तेल पिलाते हैं तो इससे उसे एनर्जी मिलती है और इससे बकरा एक्टिव रहता है.
वहीं इससे बकरा खेलता-कूदता है जो कुछ भी खाने के लिए देते हैं वह आसानी से खाता है और पचा लेता है.
वहीं बकरी का रूमन सिस्टम भी इसकी वजह से अच्छा रहता है. बकरे का हाजमा अच्छा रहता तो उसका पेट नहीं खराब होता है उसे गैस नहीं बनती है.
निष्कर्ष
सबसे अच्छी बात ये है कि सरसों के तेल का कोई साइड इफेक्ट नहीं है. इसे आप बकरों को अगर 15 दिल पिलाएंगे तो रिजल्ट आपके सामने होगा.
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