बीकानेर. वेटरनरी विश्वविद्यालय, बीकानेर एवं पशुपालन विभाग, बीकानेर के संयुक्त तत्वावधान में राज्य सरकार की 100 दिन की कार्य योजना के अंतर्गत 14 फरवरी को डूंगरगढ़ तहसील के दुलचासर गांव में पशुचिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया. निदेशक क्लिनिक डॉक्टर प्रवीन बिश्नोई ने बताया कि पशुचिकित्सा शिविर के माध्यम से पशुओं में फैलने वाली विभिन्न संक्रामक बीमारिया, गायनेकोलॉजिकल एवं सर्जिकल समस्याओं का निवारण किया गया. शिविर के दौरान कुल 262 पशुओं को इलाज किया गया, जिसमें से 190 पशुओं को कुपोषण एवं अन्तः परजीवियों से बचाव हेतु मिनरल मिक्सचर एवं कृमिनाशक दवा दी गई.
शिविर के दौरान पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉक्टर एस.पी. जोशी उपस्थित रहे. शिविर के आयोजन में पशुचिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय, बीकानेर के मेडिसिन विभाग के सहायक आचार्य के डॉ. जे.पी. कच्छावा, पशु शल्य चिकित्सा विभाग के डॉ. सुरेश कुमार झीरवाल, पशु प्रसुति एवं मादा रोग विभाग के डॉ. अशोक कुमार, वेटरनरी पेरासाईटोलॉजी विभाग के डॉ. पी.के. पिलानियां, पशुपालन विभाग, बीकानेर के डॉ. संजय शर्मा, डॉ. सुभाष घारू, डॉ. सुनील परिहार, डॉ. उत्तम सिंह व पी.जी. एवं इर्न्टस विद्यार्थियों ने अपनी सेवाएं प्रदान की.
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