नई दिल्ली. उत्तराखंड के नई टिहरी में गौसेवा आयोग के अध्यक्ष पंडित राजेंद्र अणथवाल और जिलाधिकारी टिहरी मयूर दीक्षित की उपस्थिति में गौ आश्रय अनुश्रवण समिति की समीक्षा बैठक में गौवंश के संरक्षक एवं सड़कों पर निराश्रित गौवंश की समस्या को खत्म करने के लिए किए जा रहे कामों की समीक्षा की गई. गौसेवा आयोग अध्यक्ष अणथवाल ने कहा कि जिले में मिसाल स्थापित करें कि कोई गौ और नंदी निराश्रित ना रहे. उन्होंने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री भी गौसेवक है, अधिकारी उनके मिशन को पूरा करने के लिए अपने कार्य/दायित्वों कार्यों को गंभीरता से लेते हुए दिए गए निर्देशों का पालन करें। उन्होंने कहा कि हम सब भाग्यशाली है कि हमें मनुष्य की योनि मिली है. मन से सेवा करने से आनंद की अनुभूति होगी0
गौसेवा आयोग अध्यक्ष अणथवाल ने घायल गौवंश को गोसदन तक पहुंचाने हेतु हर ब्लॉक में लिफ्टिंग वैन की व्यवस्था करने को कहा. गौवंश को बचाने के लिए स्कूल में बच्चों को जागरूक करने के लिए शिक्षा विभाग को निर्देश दिए गए. पशु क्रूरता के मामलों को रोकने/कम करने के लिए अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करने को कहा गया.
गौ आश्रय में सौर ऊर्जा लगाने का निर्देश
उन्होंने कहा कि गौवंश को आवारा छोड़ने और दुहने के पश्चात स्वतंत्र विचरण छोड़ने वालों पर उत्तराखंड गौवंश संरक्षण अधिनयम-2007 के अंतर्गत उचित कार्रवाई करने, अर्थदंड वसूलने तथा थाने से दो लोगों को इसकी मॉनेटरिंग करने के निर्देश एसएसपी को दिये गए. एसएसपी ने बताया कि मॉनिटरिंग करते हुए लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है. जिलाधिकारी को घसियारी योजना से पौष्टिक चारा देने और गोसदन के कार्यों को मनरेगा से जुड़ने की बात कही.डीएम ने गौवंश की सुरक्षा के लिए सभी प्रकार से प्रयास करने को कहा. बैठक में आए गौ रक्षक द्वारा पानी की आवश्यकता, बिजली आपूर्ति की मांग पर डीएम ने सौर ऊर्जा से बिजली उपलब्ध करने के निर्देश दिए. नरेंद्रनगर से गौ रक्षक द्वारा चारा मशीन और पानी की व्यवस्था की मांग पर जिलाधिकारी ने तुरंत कार्यवाही के निर्देश दिए.
रेडियम बेल्ट लगाने का दिया निर्देश
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. डीके शर्मा ने वर्तमान में कार्यरत पंजीकरण गौसदनों का विवरण देते हुए बताया कि जनपद के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र में 1205 और शहरी क्षेत्र में 720 अर्थात् कुल 1925 निराश्रित पशु हैं. जनपद क्षेत्रांतर्गत निराश्रित परिव्यक्त गौवंश को शरण दिए जाने हेतु प्रस्तावित 12 कांजी हाउस गौशाला शरणालयो व घनसाली, देवप्रयाग, लंबगांव, कीर्तिनगर में निर्माण कार्य प्रगति पर है एवं गजा में पेयजल हेतु टैंक का निर्माण के लिए धनराशि की मांग के संबंध में बताया गया. चमियाला में भूमि चयन और अन्य प्रस्तावित जगहों के लिए जिलाधिकारी ने पत्रावली कर कार्यों में तेजी लाने को कहा. बताया कि अभी तक 75067 गौवंश की टैगिंग की जा चुकी है. इस पर अध्यक्ष महोदय ने पशुपालक की फोटो भी साथ में लगाने को कहा, ताकि गौवंश को छोड़ने वालों की जानकारी मिल सकेत्र कहा कि रात्रि के समय गौवंश को दुर्घटना से बचाव के लिए रेडियम बेल्ट का प्रयोग किया जाए.
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