नई दिल्ली. पोल्ट्री फार्म में अंडो का उत्पादन करने के लिए लेयर मुर्गियों को पाला जाता है. यह मुर्गियां साल भर अंडा देने के लिए जानी जाती हैं. हालांकि यह जरूरी नहीं है कि मुर्गी साल के 365 दिन यानी हर रोज अंडा देगी ही. दरअसल, कुछ ऐसी इंसानी गलती पोल्ट्री फार्मर्स से हो जाती है जिसकी वजह से मुर्गियां कई-कई दिनों तक अंडा नहीं देती हैं. पोल्ट्री एक्सपर्ट का कहना है कि इसकी वजह से 75 से 85 दिन मुर्गियों का अंडों का उत्पादन नहीं होता है और मुर्गियां सिर्फ 280 से 290 दिन ही अंडा उत्पादन करती हैं.
एक्सपर्ट की मानें तो मुर्गी है एक बड़ी ही सेंसिटिव बर्ड होती है. अगर इसकी रोजमर्रा की जिंदगी में कुछ बदलाव हो जाता है तो यह अंडा देना बंद कर देती है. अगर मुर्गी किसी वजह से असहज हो जाए तो, हो सकता है कि यह 2 दिन के बाद अंडा दे. या फिर 5 से 10 दिन के बाद भी अंडा दे सकती है. यह मुर्गी के ऊपर डिपेंड करता है कि वह कब दोबारा अंडा देना शुरू करती है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि औसतन लेयर पूरे साल में 280 या 290 दिन तक अंडा देती है. जबकि सबसे कम अंडा देने वाली मुर्गी असील नस्ल की होती है. हालांकि इसका अंडा बहुत कीमती होता है. यह मुर्गी साल भर में 60 से 70 अंडों का ही उत्पादन करती है लेकिन आनलाइन मार्केट में इसका दाम 100 रुपये तक मिल जाता है.
कभी भी न करें यह गलतियां
पोल्ट्री फार्म संचालक एक दिन सुबह दाना देने में आधा घंटा भी देरी कर दें तो मुर्गियां अंडा देना बंद कर देती हैं. इसे ऐसे समझ सकते हैं कि, अगर हर दिन पोल्ट्री फार्म में कर्मचारी सुबह 4 बजकर 30 बजे दाना देने वाली मशीन चालू करता है और किसी दिन कर्मचारी को मशीन स्टार्ट करने में देर हो जाए तो मुर्गियों को दाना मिलने में भी देर हो जाएगी. इस वजह से मुर्गियां अंडा नहीं देंगी. जबकि देर से ही दाना मिलने के बावजूद वह दाना तो पूरा खाएंगी लेकिन अंडो का प्रोडक्शन कई दिन के लिए रुक जाता है.
इस वजह से भी नहीं देती हैं अंडा
इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि पोल्ट्री फार्म की लाइट एक ही वक्त पर ऑन की जाए और एक ही वक्त पर ऑफ की जाए. ये रोजाना का रूटीन होना चाहिए. किसी दिन वक्त में बदलाव होने पर मुर्गी इससे भी असहज हो जाती हैं. कुछ मुर्गी अंडा नहीं देती. इसके अलावा अगर पोल्ट्री फार्म में कोई जानवर घुस जाता है तो चाहे वह मुर्गियों को नुकसान पहुंचाए या न पहुंचाए लेकिन मुर्गियां इससे डर जाती हैं. इसके चलते अंडा देने का साइकिल टूट जाता है. शोरगुल भी मुर्गियों को परेशान करता है. यही वजह है कि दीपावली के समय में मुर्गियों का प्रोडक्शन कम हो जाता है.
Leave a comment