नई दिल्ली. अक्सर पशु पालक भाई इस बात की शिकायत करते हैं कि उनका पशु कमजोर हो गया है. कमजोरी की वजह से पशु को बीमारी का खतरा भी रहता है. उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है. वहीं पशु का दूध उत्पादन भी कम हो जाता है. अगर आप भी इस तरह की समस्या से परेशान हैं तो जान लें कि इसका इलाज आपके पास ही है. आप पशुओं की इन तमाम तरह की दिक्कतों को आंवले की मदद दूर कर सकते हैं. आंवला एक ऐसा फल है, जिसमें कई गुण होते हैं. इसमें विटामिन सी, एंटी एक्सीडेंट, कैल्शियम और आयरन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं. आंवला के इन गुणों की वजह से कई बीमारियां दूर हो जाती हैं.
अगर आप पशु को आंवला खिलाते हैं तो आपके कमजोर हो गए पशु को यह फिर से तंदुरुस्त कर देगा. अगर पशुओं की हड्डियां नजर आ रही हैं तो आंवला खिलाने से कुछ दिनों में यह समस्या दूर हो जाएगी. वहीं पशु की अगर पाचन पर असर पड़ रहा है, या उसकी इम्यूनिटी कम हो गई है तो इसे भी आंवले से सही किया जा सकता है. इतना ही नहीं आंवला दूध उत्पादन बढ़ाने में भी कारगर है.
सर्दियों में पशुओं को खिलाएं आंवला
दरअसल, आंवले में कई प्रकार के न्यूट्रिशन होते हैं. तीन तरह के विटामिन होता है. कैल्शियम भी होता है. फास्फोरस भी इसके अंदर पाया जाता है. अगर ये कहा जाए कि आंवला पोषक तत्वों का खजाना है तो गलत नहीं होगा. यह फल है न सिर्फ पशुओं बल्कि इंसानों के लिए भी फायदेमंद है. बहुत से पशुपालक पशुओं को आंवला खिलाते हैं और उनको इससे बेहतर रिजल्ट मिलता है. उनका कमजोर पशु तंदुरुस्त हो जाता है. एनिमल एक्सपर्ट कहते हैं कि सर्दियों में इसका सीजन रहता है. सर्दियों के मौसम में इसे जरूर खिलाना चाहिए. अभी भी यह आसानी से बाजार में उपलब्ध हो जाएगा.
कितना खिलाना है आंवला, जानें यहां
पशुओं को अगर आंवला खिलाना चाहते हैं तो इससे ज्यादा फायदा लेने के लिए हमेशा ही बिल्कुल हरा आंवला इस्तेमाल करें. यह जितना ज्यादा हरा होगा, पशुओं को उतना ज्यादा फायदा पहुंचाएगा. इसे खिलाने के लिए आप सबसे पहले ये करें कि ऊपर नीचे की गांठ को निकाल दें और उसके बाद इसे अच्छी तरह से पीस लें. जब पिस जाए तो इसकी चटनी बन जाएगी और फिर इसे पशुओं को खिलाना शुरू करें. एक पशु को तकरीबन 8 से 10 आंवले की चटनी 15 दिनों तक रोज खिलाना चाहिए. इससे पशु का डाइजेशन ठीक हो जाएगा. पशु की भूख बढ़ेगी, वह ज्यादा खाए, पीएगा और उसका दूध उत्पादन में बढ़ जाएगा.
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