नई दिल्ली. पिछले दिनों ये खबर सामने आई थी कि महाराष्ट्र सरकार के अधीन आने वाली महानंद डेयरी के निदेशक मंडल ने डेयरी का नियंत्रण राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड, एनडीडीबी को सौंपने पर मंजूरी दे दी है. हालांकि निदेशक मंडल के फैसले पर राज्य में दूध उत्पादक चिंता व्यक्त कर रहे हैं और आरोप लगा रहे हैं कि सरकार और बोर्ड ने महाराष्ट्र में अमूल के विस्तार को सुविधाजनक बनाने के लिए ये फैसला लिया है. वहीं अब खबर आई है कि एनडीडीबी के अध्यक्ष डॉ. मीनेश सी शाह ने हरिभाऊ बागड़े ;एमएलए, माणिकराव कोकाटे की उपस्थिति में महाराष्ट्र राज्य सहकारी दुग्ध महासंघ मर्यादित; महानंद डेयरी के अध्यक्ष राजेश नामदेवराव परजाने पाटिल से मुलाकात की है.
जल्द ही पूरी हो जाएंगी औपचारिकताएं
विधायक कान्हुराज बगाटे, महानंद के प्रबंध निदेशक एस राजीव, एनडीडीबी के कार्यकारी निदेशक और महानंद के बोर्ड सदस्यों के बीच बैठक के दौरान एनडीडीबी द्वारा वरवंड, पुणे और महानंद में पाउडर प्लांट के अधिग्रहण के संबंध में चर्चा हुई. इस चर्चा के बीच महानंद के बोर्ड के सदस्यों ने महानंद का प्रबंधन अपने हाथ में लेने के लिए एनडीडीबी से अनुरोध करने के लिए राज्य सरकार से संपर्क करने का निर्णय लिया है. अध्यक्ष एनडीडीबी ने बोर्ड के सदस्यों को आश्वासन दिया कि मदर डेयरी द्वारा वरवंड, पुणे में पाउडर प्लांट को संभालने की औपचारिकताएं जल्द ही पूरी की जाएंगी. उन्होंने बोर्ड के सदस्यों को यह भी बताया कि एनडीडीबी राज्य सरकार के परामर्श से महानंद के पुनरुद्धार के लिए सभी संभावनाओं का पता लगाएगा.
पूरबी डेयरी को हुआ जबरदस्त फायदा
एएनडीडीबी के अध्यक्ष डॉ. मीनेश सी शाह ने कहा कि एएनडीडीबी वेस्ट असम मिल्क यूनियन लिमिटेड ;डब्ल्यूएएमयूएल, पूरबी डेयरी को पिछले कुछ वर्षों में निरंतर प्रर्याप्त वृद्धि को लेकर बधाई दी. जिससे राज्य में हजारों डेयरी किसानों की आजीविका में सुधार हुआ है. कहा कि पूरबी डेयरी ने 2023 में दूध खरीद में 15 प्रतिशत की अविश्वसनीय इजाफा किया है. जबकि बिक्री में 21 प्रतिशत की भारी वृद्धि देखी है. आगे कहा कि एनडीडीबी द्वारा प्रबंधित वामुल ने रिकॉर्ड संख्या में डेयरी किसानों तक पहुंचने और आइसक्रीम, सुगंधित दूध और मिठाइयों को शामिल करने के लिए अपनी उत्पाद श्रृंखला का विस्तार करने पर जोर दिया जा रहा है. ताकि ग्राहकों और किसानों दोनों को फायदा हो.
लक्ष्यों को हासिल कर लिया था
पिछले वर्ष दुग्ध उत्पादों में 35 प्रतिशत की वैल्यू एडेड वृद्धि के साथ पूरबी डेयरी लक्ष्यों को हासिल कर लिया था. जल्द ही गुवाहाटी में आगामी पंजाबरी संयंत्र दूध आपूर्ति श्रृंखला को और बढ़ाएगा. जिससे एक स्थायी और समृद्ध डेयरी पारिस्थितिकी तंत्र सुनिश्चित होगा. वहीं एनडीडीबी के अध्यक्ष ने सीकर के सांसद स्वामी सुमेधानंद सरस्वती के साथ बैठक की और गौशालाओं के प्रभावी प्रबंधन और ऊर्जा जरूरतों के लिए बायोगैस को अपनाने सहित सीकर जिले में डेयरी को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की.
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