नई दिल्ली. नई दिल्ली. एनडीडीबी के अध्यक्ष डॉ. मीनेश सी शाह और केंद्र साशित प्रदेश लद्दाख के किसानों के बीच एक अहम बैठक का आयोजन हुआ. इस बैठक का फोकस डेयरी विकास और लद्दाख में आजीविका सृजन के अवसरों पर था. बैठके जरिए लद्दाख न सिर्फ डेयरी के विकास के रास्ते तलाशे गए बल्कि इसके जरिए लोगों रोजगार देने और इस क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ने जैसे तमाम अहम मुद्दों पर चर्चा हुई. बैठक में उप निदेशक त्सेरिंग अंगचुक के नेतृत्व में केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख से एक प्रतिनिधिमंडल ने एनडीडीबी अध्यक्ष से मुलाकात की थी.
इस प्रतिनिधि मंडल में मुख्य कार्यकारी पार्षद, एलएएचडीसी लेह, साथ में ताशी नामग्याल, कार्यकारी पार्षद (एएच) स्टैनज़िन चोसफ़ेल, कार्यकारी पार्षद (सहकारिता), पार्षद स्टैनज़िन चोस्फेल और अन्य लोगों लोग शामिल रहे. प्रतिनिधिमंडल ने क्षेत्र में डेयरी विकास में तेजी लाने के लिए प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण, जनशक्ति विकास और इनपुट सेवाओं जैसे विभिन्न पहलुओं में एनडीडीबी का समर्थन मांगा.
चारा प्रबंधन पर काम करने की जरूरत
इसके अलावा उन्होंने याक पनीर, खुबानी और समुद्री हिरन का सींग जैसे स्थानीय जैविक उत्पादों के लिए बाजार संपर्क और ब्रांडिंग बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया. एनडीडीबी के अध्यक्ष ने कहा कि पशु प्रजनन को बढ़ाने के लिए बेहतर पशु आहार प्रथाओं और कृत्रिम गर्भाधान के लिए चारा प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में काम करने की जरूरत है. जबतक इस क्षेत्र में काम नहीं किया जाएगा बेहतर इनपुट नहीं हासिल किया जा सकता है. हालांकि उन्होंने इन सेवाओं में सहयोग देने की भी बात कही है.
जैविक उत्पादों को बढ़ावा दिया जाएगा
उन्होंने बहुराज्य सहकारी-राष्ट्रीय सहकारी ऑर्गेनिक्स लिमिटेड (एनसीओएल) के माध्यम से बाजार पहुंच प्रदान करके लद्दाख के स्थानीय जैविक उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए भी सहयोग देने की बात कही है. दौरे के हिस्से के रूप में, प्रतिनिधिमंडल को ‘परिक्रमा’ में एनडीडीबी की गतिविधियों और पायलट पहलों को भी देखा. भारतीय डेयरी क्षेत्र, एनडीडीबी की अत्याधुनिक आईवीएफ सुविधा और चारा फार्म, अमूल डेयरी संयंत्र, और त्रिभुवनदास फूड कॉम्प्लेक्स का भ्रमण किया.
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