नई दिल्ली. पशुपालन को बढ़ाया जाए और पशुओं को जरिए पशुपालकों की इनकम को दोगुना किया जाए, इसके लिए सरकार की ओर से तमाम प्रयास किया जा रहे है. बिहार सरकार भी पशुपालन को बढ़ावा देने का काम कर रही है. इस वजह से सरकार की ओर से समग्र गव्य विकास योजना की शुरुआत की गई है. पशु एवं मत्स्य संसाधन विकास बिहार सरकार की ओर से इस योजना की शुरुआत की गई है. ताकि पशुपालकों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाया जा सके. वहीं देसी गायों के पालन प्रोत्साहन को भी बढ़ावा दिया जा सके.
सरकारी अधिकारियों की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक इस योजना के तहत गांव के किसानों और बेरोजगार युवक युवतियों को दो और चार देसी गाय पालने के साथ-साथ डेयरी इकाई की यूनिट लगाने के लिए नजदीकी बैंक के माध्यम से लोन देने की व्यवस्था की गई है. बता दें कि योजना के तहत कोई भी पशुपालक या किसान गीर, साहिवाल और थारपारकर गाय के पालन के लिए सब्सिडी के साथ लोन भी ले सकता है. इस योजना के तहत पशुपालक को विभाग के निर्देशन राज्य के बाहर यानी दूसरे राज्य से उन्नत नस्ल की देसी गाय उपलब्ध कराई जाएगी.
कितनी सब्सिडी मिलेगी
बता दें कि दो गाय को पालने के लिए बेहद ही पिछड़ा वर्ग अनुसूचित जाति और जनजाति के लोगों को 75 फीसदी सब्सिडी देने की बात सरकार की ओर से कही गई है. जबकि सामान्य कैटेगरी में आने वाले लोगों को 50 फीसदी तक सब्सिडी मिलेगी. दो लाख 12 हजार रुपए गाय खरीदने और बीमा करने के लिए सरकार की ओर मिलेगा. वहीं 30 हजार रुपए शेड बनाने के लिए भी दिया जाएगा. अगर कोई चार गाय की खरीद करता है तो 4 लाख 24 हजार रुपए खरीदने और बीमा के लिए दिया जाएगा. जबकि 95 हजार 400 रुपए शेड बनाने के लिए दिए जाएंगे.
दूध की बिक्री की भी सरकार करेगी व्यवस्था
इतना ही नहीं सरकार ने कहा है कि योजना के जरिए गाय का पालन करके दूध उत्पादन करने वाले पशुपालक की सरकारी स्तर से दूध की खरीद बिक्री करने की व्यवस्था भी की जाएगी. बता दें पशुपालकों के लिए इस योजना के तहत पहले आओ पहले पाओ वाली नीति अपनाई जा रही है. यदि आप भी इस योजना का फायदा उठाना चाहते हैं तो देर न करिए, तुरंत पशु और मत्स्य संसाधन विभाग बिहार सरकार की वेबसाइट पर संपर्क कर सकते हैं. या फिर नजदीकी पशु चिकित्सक से भी योजना के बारे में जानकारी करके आवेदन कर सकते हैं.
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