Home मछली पालन Fish Aquarium Tips: फिश टैंक साफ करने के ये टिप्स
मछली पालन

Fish Aquarium Tips: फिश टैंक साफ करने के ये टिप्स

फिश टैंक की मछलियों को भी देखरेख की जरूरत होती है.
प्रतीकात्मक तस्वीर

नई दिल्ली. एक्वेरियम घर की रौनक बढ़ाता है तो पूरे दिन की थकान इसमें रहने वाली मछलियों को देखकर मिट जाती है. एक्वेरियम की तैरती मछलियां एक नई एनर्जी देती हैं. कई घरों में अब एक्वेरियम रखना पसंद किया जाता है. रंगीन मछलियां जब घरों को और सुंदर बनाती है, कई लोग रंगीन मछलियों को भाग्य से जोड़कर भी देखते हैं. वजह चाहे जो भी हो, लेकिन एक्वेरियम में पलने वाली रंगीन मछलियों के लिए देखभाल बेहद मायने रखती है. आज बात कर रहे हैं एक्वेरियम की सफाई की. कई बार सफाई के दौरान मछलियां मर जाती हैं, या फिर मछलियों की ग्रोथ थम सी जाती है. आइये जानते हैं एक्वेरियम की सफाई के बेहद आसान टिप्स.

फिश टैंक की मछलियों को भी देखरेख की जरूरत होती है. मछलियों को खाना देने के अलावा उनके फिश टैंक को भी सफाई करने की जरूरत पड़ती है. अगर आप अपने फिश टैंक के पानी को सही तरीके से मेंटेन नहीं करते हैं तो इससे आपकी रंगीन मछलियों की सेहत बिगड़ सकती है. फिश टैंक को सही तरह से कैसे डीप क्लीन किया जाए, आइये जानते हैं. फिश टैंक को साफ करने से मछलियों की सेहत पर प्रभाव पड़ता है. लेकिन एक बात का ध्यान रखें, आप इसे लगातार और बार-बार साफ ना करें. ऐसा करने से अच्छे वैक्टीरिया मर जाते हैं.

ये है फिश टैंक को साफ करने के टिप्स: फिश टैंक साफ करने के लिए आप कभी भी साबुन या किसी अन्य प्रकार का डिटर्जेंट यूज ना करें. इसमें रासायनिक अवशेष टैंक की मछली की हेल्थ को नुकसान पहुंचा सकते हैं. सबसे पहले एक फिश नेट की हेल्प से मछलियों को बाहर निकालें और किसी बाउल या बाल्टी में उन्हें रख दें.

नेट से निकालें मछलियां: सबसे पहले फिश नेट की मदद से मछलियों को बाहर निकालें और टैंक का थोड़ा पानी उसे बाल्टी या बाउल में डालें और मछलियों को भी उस पानी में ट्रांसफर करें। शैवाल पैड की मदद से फिश टैंक के भीतरी हिस्से साफ करें. एक्वेरियम की सफाई में आप रेजर ब्लेड का यूज कर सकते हैं. सभी सजावटी चीजें बाहर निकालें और उन्हें गर्म पानी में डालकर साफ करें. शैवाल से छुटकारा पाने के लिए उन्हें धीमे धीमे स्क्रब करें. अगर एक्वेरियम में गंदगी जमा हो गई है, तो उसे एक बाल्टी पानी में एक चम्मच ब्लीच मिलाकर साफ करें. सभी सजावटी चीजों को ब्लीच के जरिए पंद्रह मिनट के तक भिगोकर रखें. पौधों को और सजावटी चीजों को साफ करते समय ग्लब्स पहनाना ना भूलें.

सिरका का भी कर सकते हैं यूज: ग्लास टैंक के एक्सटीरियर को साफ करने के लिए सिरका या एक क्लीनर का उपयोग करें. बजरी से निकलने वाला कचरा भी साफ करना जरूरी होता है. सभी चीजों की सफाई करने के बाद उन्हें वापस उसी स्थान पर रख दें. टैंक को साफ करने के कम से कम 15 दिन बाद फिल्टर को साफ करें. फिल्टर को क्लीन करने के लिए आप फिल्टर ब्रश का उपयोग कर सकते हैं.

Written by
Livestock Animal News

लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज (livestockanimalnews.com) एक डिजिटल न्यूज प्लेटफार्म है. नवंबर 2023 से ये लगातार काम कर रहा है. इस प्लेटफार्म पर एनिमल हसबेंडरी () यानि मुर्गी पालन, डेयरी (), गाय-भैंस, भेड़-बकरी, घोड़ा, गधा, मछली और पशुपालन, चारा, पशु चिकित्सा शि‍क्षा से जुड़ी खबरें पढ़ने को मिलती हैं. ऐग और चिकन के रोजाना बाजार भाव भी इस प्लेटफार्म पर प्रकाशि‍त किए जाते हैं. नेशनल मीडिया जैसे न्यूज18 हिंदी, हिन्दुस्तान, अमर उजाला, दैनिक जागरण, दैनिक भास्कर में काम कर चुके पत्रकार (रिर्पोटर) की टीम लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज के लिए खबरें और स्टोरी लिखती है. केन्द्र सरकार के Poultry, Cow, Buffalo, Goat, Sheep, Camel, Horse (Equine), Fisheries, Donkey, Feed-Fodder and Dairy रिसर्च इंस्टीट्यूट के साइंटिस्ट से बात कर उनकी रिसर्च पर आधारित न्यूज-स्टोरी लिखी जाती हैं. इसके साथ ही लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज प्लेटफार्म पर एनिमल साइंस और वेटरनरी कॉलेज-यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और एक्सपर्ट से बात करके खबरें लिखी जाती हैं और उनके लिखे आर्टिकल भी पब्लिूश किए जाते हैं. ये सभी स्टोरी और स्टोरी से जुड़े वीडियो सोशल मीडिया फेसबुक, यूट्यूब (YouTube), इंस्टाग्राम, एक्स (ट्विटर) और लिंक्डइन पर शेयर किए जाते हैं. पशुपालकों की सक्सेट स्टोरी लिखी जाती हैं. उसी सक्सेस स्टोरी के वीडियो बनाकर उन्हें लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज के यूट्यूब चैनल पर पब्लिैश किया जाता है. अंग्रेजी में भी न्यूज और आर्टिकल पब्लिाश किए जाते हैं. लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज पशुपालन, मछली पालन, मुर्गी पालन और डेयरी से जुड़े विषयों पर होने वाली सेमिनार, वर्कशॉप और एक्सपो को भी कवर करता है. साथ ही एनिमल हसबेंडरी मंत्रालय से जुड़ी खबरें भी कवर करता है. बाजार में आने वाले नए प्रोडक्ट की जानकारी भी इस प्लेटफार्म पर दी जाती है.

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

how to treat a fish ulcer
मछली पालन

Fish: मछली बीज का ज्यादा उत्पादन लेने के लिए पढ़ें एक्सपर्ट की ये सलाह

मत्स्य बीज पक्षेत्र सुनारू फतुहा पटना के सहायक मत्स्य निदेशक डॉ. टुनटुन...

fish farming in pond
मछली पालन

Fish Farming: बरसात में तालाब के अंदर अमोनिया और नाइट्रेट का असर कम करने के लिए करें ये काम

तालाब के अंदर फंगेसियास और मांगुर जैसी मछलियां बहुत ज्यादा बीट करती...

Under the Prime Minister Matsya Sampada Yojana (PMMSY), the flagship scheme of the Government of India in Andhra Pradesh, a total investment of Rs 2300 crore has been envisaged in the fisheries sector for five years. livestockanimalnews
मछली पालनसरकारी स्की‍म

Fish: 9 साल में चार गुना हुआ सीवीड उत्पादन, खेती की यहां है संभावनाएं

समुद्री शैवाल की खेती, PMMSY के अंतर्गत प्राथमिकता वाली गतिविधियों में से...