नई दिल्ली. जब कभी हेल्दी डाइट की बात की जाती है तो चिकन और फिश का सेवन करना बहुत ही फायदेमंद माना जाता है. फैटी और स्वास्थ्य वर्धक चीजों में दो पॉपुलर चीज चिकन और फिश प्रोटीन और हेल्दी फैट से भरे हैं लेकिन क्या आपको पता है कि दोनों में से कौन सबसे ज्यादा पौष्टिक है. मछली और चिकन दोनों उनके हाई प्रोटीन वैल्यू के लिए ही सेवन करने के लिए कहा जाता है. एक्सपर्ट कहते हैं कुछ मलियों में चिकन से ज्यादा पौष्टिक तत्व होते हैं. आइए डिटेल में जानते हैं.
ज्यादा है प्रोटीन की मात्रा
मछलियों की अगर बात की जाए तो सैल्मन और टूना कुछ ऐसी मछलियां हैं, जिनमें आपकी औसत मछलियों की तुलना में अधिक कैलोरी होती है. तलने से फैट भोजन में फैट की मात्रा बढ़ जाती है. जैसे तली हुई मछली और चिकन नगेट्स में आप अधिक कैलोरी और वसा का सेवन करेंगे. यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप चिकन और मछली के किस हिस्से का सेवन कर रहे हैं. डाइट पर हर दूसरा व्यक्ति अपनी प्रोटीन की जरूरत पूरा करने के लिए मछली और चिकन का सेवन करता है. चिकन और मछली दोनों ही प्रोटीन के अच्छे स्रोत हैं लेकिन यह सवाल बना रहता है कि किस में प्रोटीन की मात्रा अधिक है. तो आपको बता दें कि टूना में प्रोटीन की मात्रा चिकन से ज्यादा पाई जाती है.
इसके कई और फायदे हैं
मछली चिकन दोनों ही विटामिन बी के अच्छे स्रोत हैं. जो शरीर को भोजन को एनर्जी में बदलने में मदद करते हैं. सैल्मन फोलिक एसिड प्रदान करने के मामले में चिकन मात देता है, जो शरीर के लिए नव हेल्थ के बनाए रखने और लाल रक्त कोशिकाओं को फिर से भरने के लिए जरूरी है. मछली के कुछ अतिरिक्त लाभ हैं. जैसे सैल्मन, हेरिंग और मैकेरल जैसी फैटी मछली में ओमेगा -3 फैटी एसिड जैसे (डीएचए और ईडीए) की हाई मात्रा होती है. ओमेगा 3 फैटी एसिड शरीर के लिए बहुत जरूरी है, क्योंकि वह मस्तिष्क के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करते हैं और हृदय रोगों और स्टॉक को रोकने के लिए भी फायदेमंद होते हैं.












