नई दिल्ली. अब तक किसानों को सोयाबीन बेचने के लिए कई परेशानियों का सामना करना पड़ता था. लेकिन अब मदर डेयरी ने जो कदम उठाया है, उससे सोयाबीन किसानों को बड़ा मुनाफा होने वाला है. विदर्भ में मदर डेयरी के धारा खाद्य तेल पैकेजिंग स्टेशन का शिलान्यास किया गया है. सोयाबीन विदर्भ क्षेत्र की एक मुख्य तिलहन फसल हैं साथ ही चावल भी इस क्षेत्र के प्रमुख कृषि फसलों में से एक है. इस इलाके में आयल प्रोसेसिंग की संभावना को देखते हुए मदर डेयरी द्वारा स्थापित किए जाने वाले इस प्लांट से सीधे तौर पर सोयाबीन और चावल किसानों और स्थानीय प्रोसेसरों को लाभ और सपोर्ट मिलेगा. शुरुआत में मदर डेयरी सीधे सोयाबीन और राइस ब्रान तेल के प्रोसेसिंग करने वालों से तेल खरीदकर धारा ब्रांड में इसकी मार्केटिंग करेगी, जिससे इसकी खपत की मात्रा एक स्तर तक बढ़ाई जा सकेगी. इससे आगे चलकर, जब यह संयंत्र पूर्ण रूप से संचालित हो जाएगा, सीधे किसानों से सोयाबीन की खरीदी शुरू की जाएगी और उससे तेल बनाया जाएगा, इससे किसानों को बेहतर मूल्य प्राप्त करने में मदद मिलेगी, बेहतर बाजार पहुंच उपलब्ध होगी और उन्हें अधिक लाभ होगा.
अब तक किसान गेहूं, सरसों, दाल और अन्य फसलों करके बाजार में बेच रहे थे, जहां उनकी फसलों की कीमत उतनी नहीं मिल रही थी, अब मराठवाड़ा के किसानों को इस क्षेत्र में पैदा होने वाली तिलहन की फसलों में अच्छा मुनाफा मिल सकेगा. देश में सोयाबीन रिफाइंड, राइस ब्रान तेल की अच्छी डिमांड है. मराठवाड़ा के इस प्लांट के शुरू होने के बाद इन तेलों की मांग पूरे देश में पूरी की जा सकेगी.
लोगों को मिलेगा रोजगार इस प्लांट की प्रारंभिक उत्पादन क्षमता 500 मीट्रिक टन प्रति माह होगी. जिसे 1500 मीट्रिक टन तक बढ़ाया जा सकेगा. यह प्लांट नई टेक्नोलॉजी से लैस होगा, जिससे खाद्य तेलों की हाई क्वालिटी मिल सकेगी. इसके अलावा, यह प्लांट पर्यावरण अनुकूल होगा और संसाधनों के कुशल उपयोग पर जोर देगा. यह पहल स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी पैदा करेगी. प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से यह संयंत्र क्षेत्र के लोगों को रोजी रोटी के नए साधन दिलाएगा, जिससे विदर्भ और मराठवाड़ा क्षेत्र के आर्थिक विकास को गति मिलेगी.
ये रहे मौजूद केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, एनडीडीबी के अध्यक्ष डॉक्टर मीनेश शाह, एनडीडीबी डेयरी सर्विसेज के प्रबंधन निदेशक डॉक्टर सीपी देवानंद, मदर डेयरी के प्रबंध निदेशक मनीष बंदलिश और अध्यक्ष, मराठवाडा दुग्ध उत्पादक संगठन की वर्षा चौहान मौजूद थे.










