Home मछली पालन Fisheries: एक्वेरियम का बिजनेस करने वालों के लिए गप्पी मछली है बेहतरीन विकल्प, पढ़ें इसकी खासियत
मछली पालन

Fisheries: एक्वेरियम का बिजनेस करने वालों के लिए गप्पी मछली है बेहतरीन विकल्प, पढ़ें इसकी खासियत

फिश एक्वेरियम को कभी भी सीधे धूप के सामने नहीं रखना चाहिए.
प्रतीकात्मक तस्वीर

नई दिल्ली. मछलियों की बहुत ही प्रजातियां हैं. उसमें से गप्पी फिश भी है. गप्पी फिश के बाद में फिश एक्सपर्ट का कहना है कि इसका वैज्ञानिक नाम लेबिसटेस टैटिकुलेटस (Lebistes reticulates) भी है. जबकि अक्सर लोग इन्हें मिलियन फिश या रेनबो फिश के नाम भी जानते हैं. यह मीठे पानी वाली मछ्ली है. इसे मध्य अमेरिका में बनाया गया था. ये बहुत ही शांत मछली है. इसलिए यह प्रजाति एक्वेरियम (aquariums) के लिए लोकप्रिय है. ये देखने में भी बहुत खूबसूरत नजर आती हैं. इसलिए इसे लोग अपने घरों में सजावट के लिए पालते हैं.

यदि आप एक शुरुआती एक्वेरिस्ट (aquarist) हैं तो गप्पी (Guppy) के साथ अन्य शान्त और अनुपूरक मछलियां समुदाय एक्वेरियम के लिए एक बहुत अच्छी शुरूआत हैं. एक्सपर्ट का कहना है कि इससे आपको अच्छी कमाई भी होगी.

इनका ध्यान रखना है बेहद आसान
इसके आहार की बात की जाए. गप्पी (Guppy) के कुपोषण को रोकने के लिए विभिन्न भोजन की जरूर होती है. जिंदा खाद्य पदार्थ और टयूबीफैक्स कीड़े ये चाव से खाती हैं. इस मछली का ध्यान रखना बहुत मुश्किल नहीं है. मछली को सामान्य एक्वेरियम (aquariums) बीमारियों से बचाने के लिए आप पानी में कुछ नमक मिला सकते हैं. इसका मतलब यह नहीं कि आपकी गप्पी को खारे पानी के एक्वेरियम (aquariums) में रखा जाना चाहिए. ये मीठे पानी की मछली है और इसमें ये लंबे समय तक जिंदा रहती है. इस मछली को जिस पानी में रखा जाए उसका तापमान जबकि 25-28 डिग्री सेल्सियस (77-82 डिग्री फैरेनहाईट) अच्छा होगा तो अचदा होगा. वहीं पीएच. 7.0-7.5 में होना वाहिए.

मछली के बारे में पढ़ें
गप्पी (Guppy) नर मछली और मादा मछली के बीच अन्तर ज्यादा मुश्किल नहीं है. नर मछली का गोनापोडियम (Gonopodium) होता है. जबकि मादा मछली का गोनापोडियम (Gonopodium) नहीं होता. गोनापोडियम (Gonopodium) एनल (Anal) फिन होता है जो एक प्रजनन अंग में बदल चूका है. नर गप्पी (Guppy) बहुत रंगीन होती है, लेकिन मादा मछली नहीं होती है. कभी-कभी मादा मछली की पूंछ काफी रंगीन होती है. एक मादा गप्पी (Guppy) नर गप्पी (Guppy) की अपेक्षा अधिक बड़े आकार की होगी.

फ्राई को इस तरह बचाएं
गप्पी (Guppy) छोटी मछलियों को जन्म देती है. मादा मछली तैरने वाली फ्राई (Fry) को जन्म देती है. यदि आप किसी मछली फ्राई को बचाना चाहते हैं तो आपको इस एक्वेरियम में सुरक्षित छिपे हुए स्थानों को पर्याप्त मात्रा में बनाना चाहिए. जहां ये मछली फ्राई को वयस्क मछलियों के द्वारा खाये जाने से बच सकें. पौधों को लगाकर छिपने के स्थान बनाये जा सकते हैं. आप फ्राई को अलग टैंक में भी रख सकते हैं. जब तक वे इतने बड़े न हो जाएं कि उन्हें व्यस्कों द्वारा न खाया जा सके. गप्पी का प्रजनन कराना आसान होता है.

Written by
Livestock Animal News

लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज (livestockanimalnews.com) एक डिजिटल न्यूज प्लेटफार्म है. नवंबर 2023 से ये लगातार काम कर रहा है. इस प्लेटफार्म पर एनिमल हसबेंडरी () यानि मुर्गी पालन, डेयरी (), गाय-भैंस, भेड़-बकरी, घोड़ा, गधा, मछली और पशुपालन, चारा, पशु चिकित्सा शि‍क्षा से जुड़ी खबरें पढ़ने को मिलती हैं. ऐग और चिकन के रोजाना बाजार भाव भी इस प्लेटफार्म पर प्रकाशि‍त किए जाते हैं. नेशनल मीडिया जैसे न्यूज18 हिंदी, हिन्दुस्तान, अमर उजाला, दैनिक जागरण, दैनिक भास्कर में काम कर चुके पत्रकार (रिर्पोटर) की टीम लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज के लिए खबरें और स्टोरी लिखती है. केन्द्र सरकार के Poultry, Cow, Buffalo, Goat, Sheep, Camel, Horse (Equine), Fisheries, Donkey, Feed-Fodder and Dairy रिसर्च इंस्टीट्यूट के साइंटिस्ट से बात कर उनकी रिसर्च पर आधारित न्यूज-स्टोरी लिखी जाती हैं. इसके साथ ही लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज प्लेटफार्म पर एनिमल साइंस और वेटरनरी कॉलेज-यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और एक्सपर्ट से बात करके खबरें लिखी जाती हैं और उनके लिखे आर्टिकल भी पब्लिूश किए जाते हैं. ये सभी स्टोरी और स्टोरी से जुड़े वीडियो सोशल मीडिया फेसबुक, यूट्यूब (YouTube), इंस्टाग्राम, एक्स (ट्विटर) और लिंक्डइन पर शेयर किए जाते हैं. पशुपालकों की सक्सेट स्टोरी लिखी जाती हैं. उसी सक्सेस स्टोरी के वीडियो बनाकर उन्हें लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज के यूट्यूब चैनल पर पब्लिैश किया जाता है. अंग्रेजी में भी न्यूज और आर्टिकल पब्लिाश किए जाते हैं. लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज पशुपालन, मछली पालन, मुर्गी पालन और डेयरी से जुड़े विषयों पर होने वाली सेमिनार, वर्कशॉप और एक्सपो को भी कवर करता है. साथ ही एनिमल हसबेंडरी मंत्रालय से जुड़ी खबरें भी कवर करता है. बाजार में आने वाले नए प्रोडक्ट की जानकारी भी इस प्लेटफार्म पर दी जाती है.

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

how to treat a fish ulcer
मछली पालन

Fish: मछली बीज का ज्यादा उत्पादन लेने के लिए पढ़ें एक्सपर्ट की ये सलाह

मत्स्य बीज पक्षेत्र सुनारू फतुहा पटना के सहायक मत्स्य निदेशक डॉ. टुनटुन...

fish farming in pond
मछली पालन

Fish Farming: बरसात में तालाब के अंदर अमोनिया और नाइट्रेट का असर कम करने के लिए करें ये काम

तालाब के अंदर फंगेसियास और मांगुर जैसी मछलियां बहुत ज्यादा बीट करती...

Under the Prime Minister Matsya Sampada Yojana (PMMSY), the flagship scheme of the Government of India in Andhra Pradesh, a total investment of Rs 2300 crore has been envisaged in the fisheries sector for five years. livestockanimalnews
मछली पालनसरकारी स्की‍म

Fish: 9 साल में चार गुना हुआ सीवीड उत्पादन, खेती की यहां है संभावनाएं

समुद्री शैवाल की खेती, PMMSY के अंतर्गत प्राथमिकता वाली गतिविधियों में से...