नई दिल्ली. एनडीडीबी भारत सरकार के राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन और शहद मिशन और 10,000 एफपीओ योजना के लिए कार्यान्वयन एजेंसी है जिसका उद्देश्य एफपीओ की खेती और प्रचार करना है. इसके तहत एनडीडीबी 26 शहद एफपीओ को बढ़ावा दे रहा है. मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार के मिशन के अनुरूप, एनडीडीबी ने उत्तराखंड सहकारी डेयरी फेडरेशन लिमिटेड के सहयोग से जिसे ‘आंचल डेयरी’ आंचल – प्राकृतिक रूप से शुद्ध के नाम से जाना जाता है, गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय, हरिद्वार में मधुमक्खी पालन पर एक राष्ट्रीय स्तर की संगोष्ठी आयोजित की.
मधुमक्खी पालन की बारीकियां सिखाईं
सेमिनार में किसानों, मधुमक्खी पालकों, उद्योग विशेषज्ञों और हितधारकों सहित विविध दर्शकों ने भाग लिया. इस कार्यक्रम में एनडीडीबी से राजेश गुप्ता और अनिल हटेकर, @NationalBeeBoard के सहायक आयुक्त डॉ. मनोज शर्मा, गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमदेव शातांशु और यूसीडीएफ के एमडी जयदीप अरोड़ा सहित कई विशेषज्ञ शामिल हुए.
‘आँचल मधु उत्पादक स्वामित्व सहकारिता’ स्थापित किया
सेमिनार में किसानों को वैज्ञानिक मधुमक्खी पालन की बारीकियों के बारे में जानकारी देने के साथ ही एक सहयोगी रोडमैप का मार्ग भी प्रशस्त किया.यूसीडीएफ हरिद्वार जिले में भारत सरकार की 10,000 एफपीओ योजना के तहत एनडीडीबी द्वारा नामित सीबीबीओ है.इस प्रकार, मधुमक्खी पालन के लिए मधुमक्खी पालकों का एफपीओ/क्लस्टर ‘आँचल मधु उत्पादक स्वामित्व सहकारिता’ स्थापित किया गया है.
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