नई दिल्ली. अक्सर लोगों के जेहन में ये सवाल रहता है कि अगर वो मीट का सेवन कर रहे हैं तो कितना करें कि उनकी सेहत पर इसका विपरीत असर न पड़े. यानि उन्हें फायदा पहुंचाए जो जरूरी विटामिन और मिनरल्स हैं वो मिलें लेकिन एक्स्ट्रा फैट न बढ़े. ऐसे में जरूरी है कि एक्सपर्ट की सलाह पर ही मीट का सेवन किया जाए. खासतौर पर गर्मी में जब मीट का सेवन कर रहें तो और ज्यादा ध्यान देना चाहिए. क्योंकि एक्स्पर्ट कहते हैं कि मीट भले ही मिनरल्स का एक भरपूर सोर्स है लेकिन ज्यादा सेवन करना कभी भी सेहत के लिए अच्छा नहीं होता है.
एक्सपर्ट के मुताबिक रेड मीट विटामिन और मिनरल्स का एक भरपूर स्रोत है लेकिन इसका कतई है मतलब नहीं कि इसका भरपूर सेवन किया जाए. उनका कहना है कि एक स्वस्थ व्यक्ति को 90 ग्राम से अधिक रेट के मीट का सेवन करता है तो उसे तुरंत हटाकर 70 ग्राम कर देना चाहिए.
बढ़ जाता है कैंसर का खतरा
एक्सपर्ट के मुताबिक मीट में सैचुरेटेड फैट की मात्रा भी ज्यादा होती है. ऐसे में अगर रोज और जरूरत से ज्यादा इसका सेवन किया जाए तो ब्लड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा ज्यादा हो सकती है. ऐसे में संतुलित मात्रा में मीट का सेवन करना बेहतर होता है. जिससे कि आपकी प्रोटीन और अन्य विटामिन की जरूरत है पूरी हो जाए और आपको कोई नुकसान भी ना हो. अगर अत्यधिक मीट का सेवन करते हैं तो इसे आंतों में कैंसर का खतरा भी बढ़ जाने की संभावना है.
इस पार्ट में होता है ज्यादा फैट
एक्सपर्ट यह भी कहते हैं कि मीट खरीदते वक्त केवल लाल वाले हिस्से को लेना चाहिए. सफेद वाले हिस्से को अलग करवा लेना चाहिए. सफेद वाला हिस्सा फट से होता है और आप इस हिस्से में जितनी मात्रा में रखेंगे उसे आपकी मीट में उतना ज्यादा फैट होता. इसके अलावा मीट केमिकल पर चिकन कभी सेवन किया जा सकता है. चिकन में मटन की तुलना में कम फैट होता है और यह तमाम प्रोटीन आपको दे देता है.
मटन का ये पार्ट होता है लजीज
वहीं कई लोगों के जेहन में ये भी सवा होता है कि अगर वो मटन का सेवन करते हैं तो किस पार्ट को खाएं जो बहुत लजीज हो. यानि बेस्ट मटन का पार्ट कौन सा है. न्यूट्रीशियान के मुताबिक बकरे के आगे पर शोल्डर, गला, पसलियां और कलेजी लेनी चाहिए. इस मसले पर एक्सपर्ट कहते हैं की मटन करी के लिए बकरे की थाई बेस्ट होती है. इसके साथ इसमें कलेजी डालने के से स्वाद और बढ़ जाता है मीट की मात्रा अच्छी होती है.
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