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Animal Husbandry: बाढ़ आने पर पशुओं की कैसे करें हिफाजत, एक्सपर्ट ने बताया इमरजेंसी में क्या करना है

buffalo calving
प्रतीकात्मक तस्वीर

नई दिल्ली. इस बार मॉनसून को लेकर आईएमडी ने पहले ही घो​षणा कर दी थी कि अच्छी बारिश होगी. पूरे देश में इस दौरान बारिश हो रही है. ऐसे में कई राज्यों में बाढ़ भी खतरा मंडरा रहा है. इसको लेकर लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, हिसार (हरियाणा) संभावित बाढ़ के दौरान पशुओं की देखभाल किस तरह की जाए, इसको लेकर एडवाइजरी जारी की है. एनिमल एक्सपर्ट डॉ देवेन्द्र सिंह, डॉ. सुजोय खन्ना और डॉ. ज्योति शुन्ठवाल की ओर से ये एहतियात पशुपालकों के लिए जारी की गई है ताकि पशुपालक अपने पशुधन की हिफाजत कर सकें.

एक्सपर्ट का कहना है कि बीते कुछ सालों से देश कई हिस्सो में मानसून में बाढ़ की स्थिति पैदा हो जाती है. इसलिए पशुपालक खुद की सुरक्षा के साथ पहले से ही पशुओं के बचाव के लिए तैयार रहें. मौसम पूर्वानुमान द्वारा बाढ़ या भारी बारिश की सम्भावना को लेकर जागरूक रहना सबसे अहम काम है. ऐसा करने से पशुपालक होने वाले नुकसान से खुद को बचा सकते हैं.

बाढ़ के दौरान किये जाने वाले उपाय

पशुओं को सुरक्षित स्थान पर रखना जरूरी है. भारी बारिश की सम्भावना होने पर पशु निकासी योजना तैयार करें.

वहीं पशओं साथ ही पशु आवास का ऊंची जगह पर प्रबंध करें, जैसे पहाड़ी आदि जगहों पर. इमरजेंसी में जरूरी पशु आहार सुनिश्चित करें.

बाढ़ के समय, ऊंचे स्थानों पर यदि प्राकृतिक रूप से चारा उपलब्ध नहीं हो तो, खाद्य सामग्री का सही मात्रा में स्टोरेज बाढ़ के दौरान पशुओं को पोषण देता है.

पानी की व्यवस्था जरूरी है. साफ़ पानी और पशु आहार जितना ही महत्वपूर्ण है. अगर साफ पानी का सोर्स संभव नहीं हैं तो, इंसानों मानकों के मुताबिक अशुद्ध जल दे सकते हैं.

पशु स्वास्थ्य की निगरानी बेहद ही जरूरी है. पशुओं को संक्रमण से बचाने और बीमारियों का पता लगाने के लिए नियमित रूप से पशु चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए.

वहीं पशुओं को इस दौरान महामारियों (जैसे की गलघोटू, मुंह खुर आदि) से बचाव के लिए टीकाकरण समय पर कराएं.

पशु टैगिंग व पशु बीमा कराना एक बेहतर विकल्प होता है. आपात समय के दौरान सभी पशुओं की सूची तैयार रहनी चाहिए.

इन सभी पशुओं पर स्थायी पहचान संख्या लगी होनी चाहिए (जैसे टैग) साथ ही होने वाले नुकसान से बचने हेतु सभी पशुओं का बीमा करवाएं.

इमरजेंसी की हालत में इमरजेंसी किट होना ही चाहिए. इमरजेंसी किट पशुओं को सेफ रखने के लिए बेहद ही अहम होती है.

इमरजेंसी किट में पशु प्रबंधन उपकरण (जैसे हॉल्टर, रस्सी आदि), दवाएं, साफ सफाई के लिए जरूरी सामान, सेल फोन, टार्च लाइट, पोर्टेबल रेडियो और बैट्रियां आदि होते हैं.

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