Home डेयरी Female Calf: गिर, साहिवाल और जर्सी गाय की बछियों की पहचान, इससे जुड़े अहम सवालों के जवाब जानें यहां
डेयरी

Female Calf: गिर, साहिवाल और जर्सी गाय की बछियों की पहचान, इससे जुड़े अहम सवालों के जवाब जानें यहां

PREGNANT COW,PASHUPALAN, ANIMAL HUSBANDRY
प्रतीकात्मक तस्वीर.

नई दिल्ली. दुधारू पशुओं की तैयारी उनके जन्म के समय से की जानी चाहिए. एक्सपर्ट कहते हैं कि ऐसा करने से पशु का प्रोडक्शन अच्छा होता है. अगर प्रोडक्शन अच्छा होगा तो जाहिर सी बात है कि इसका फायदा पशुपालकों को होगा. दूध से वो ज्यादा कमाई कर सकेंगे. इसलिए जरूरी है कि बछियों की सेहत, उनके पोषण का सही तरह से ख्याल किया जाए. जरूरत के मुताबिक चारा दिया जाए. ताकि वो तंदुरुस्त रहें और जब उन्हें हीट आने के बाद गाभिन कराया जाए तो इसमें भी कोई दिक्कत न हो.

आपको बताते चलें कि अक्सर पशुपालक ​बछियों के गाभिन होने के वक्त, हीट में आने का समय आदि के बारे में पूछते रहते हैं. इसलिए जरूरी है कि उन्हें इसका जवाब मिले. इस आर्टिकल में इससे जुड़े कई अहम सवालों के जवाब दिए गए हैं. साथ ही तीन नस्लों की बछियों की जानकारी भी दी जा रही है.

गिर गाय की बछिया की पहचान
गिर गाय की बछिया को इसके रंग से पहचान सकते हैं. ज़्यादातर यह लाल रंग की होती है. शरीर के ऊपर भूरे लाल रंग के या चॉकलेटी धब्बे भी होते हैं. ऐसा कहा जाता है कि गिर गाय के दूध में सोने के गुण होते हैं. ऐसे में अगर गिर की बछिया को आपने तैयार कर लिया तब इसके दूध से काफी फायदा मिल सकता है. गिर गाय एक ब्यात में 300 से ज़्यादा दिन तक दूध दे सकती है. इस नस्ल की गाय 30 से 40 लीटर तक दूध एक दिन में देने की क्षमता रखती है. वहीं इसके 1 किलो घी की बाज़ार में 2 हज़ार रुपये से लेकर 4 हज़ार रुपये तक की कीमत होती है.

साहिवाल गाय की बछिया
साहिवाल बछिया का रंग आमतौर पर लाल व भूरा होता है. इसका सिर चौड़ा होता है. साहिवाल गाय की बछिया को उचित तरीके से तैयार करने पर कई फायदे मिलते हैं. इसके दूध की बाज़ार में अच्छी मांग रहती है. साहिवाल गाय के दूध में कैल्शियम, फास्फोरस, पोटैशियम उचित मात्रा में पाया जाता है जो कि हार्ट के स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है.

जर्सी गाय की बछिया
जर्सी गाय की बछिया का पालन नस्ल सुधारने के लिए किया जाता है. इसके रंग और बनावट से इसकी पहचान की जा सकती है. इसका रंग हल्का पीला, हल्का लाल या बादामी होता है और शरीर पर सफेद रंग के चित्ते भी मौजूद होते हैं. इसकी बछिया को तैयार कर आप मालामाल हो सकते हैं क्योंकि जर्सी गाय सबसे ज़्यादा और लंबे समय तक दूध देने वाली गाय की नस्लों में से है. इस नस्ल की बछिया 2 साल की उम्र में गाभिन हो सकती है.

बछिया को लेकर पूछे जाने वाले सवाल और उनके जवाब
बछिया को इंग्लिश में क्या कहते हैं?
उत्तरगाय की बछिया को इंग्लिश में Female Calf कहते हैं.
क्या 6 महीने की बछिया प्रेग्नेंट हो सकती है?
6 महीने की बछिया प्रेग्नेंट नहीं हो सकती है. बछिया आमतौर पर 15 महीने से 24 महीने की उम्र में गाभिन हो सकती है.
क्या 9 महीने की बछिया प्रेग्नेंट हो सकती है?
9 महीने की बछिया प्रेग्नेंट नहीं हो सकती है. बछिया की गाभिन होने की उम्र आमतौर पर 15 महीने से 24 महीने की मानी जाती है.
बछिया किस उम्र में गर्मी (हीट) में आती है?
बछिया किस उम्र में हीट में आती है यह इस बात पर निर्भर करता है कि वह किस नस्ल की है और किस तरह के वातावरण में रह रही है. हालांकि बछिया की हीट में आने की उम्र 15 महीने से 24 महीने के बीच आमतौर पर होती है.
बछिया किस उम्र में संभोग कर सकती है?
बछिया के गाभिन होने की उम्र 15 महीने से 24 महीने के बीच हो सकती है.

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

goat milk production in india, livestockanimalnews
डेयरी

Goat Milk: जानें, क्यों पीना चाहिए बकरी का दूध, क्या हर उम्र के लोगों के लिए है फायदेमंद

नई दिल्ली. बकरी भारत में प्रमुख पशुओं में से एक है. आमतौर...

livestock animal news
डेयरी

Dairy: इस तरह का आहार देने से पशु की बढ़ जाती है दूध उत्पादन क्षमता, जानें और क्या-क्या फायदे हैं

पशुओं को उत्पादकता और प्रजनन क्षमता को ध्यान में रखकर बनाया जाता...

abortion in cows
डेयरी

Cow Milk Production: जानें CM Yogi ने क्यों कहा गाय के दूध उत्पादन में नंबर वन बनेगा UP

देशी नस्ल की गाय का दूध विदेशी नस्ल की गायों से गुणवत्ता...

Curd News, Milk Rate, Milk News, Rajasthan is number one, milk production
डेयरी

Milk Production: अगर ये काम नहीं करेंगे तो 70 फीसदी तक घट सकता है दूध उत्पादन, पढ़ें डिटेल

प्रत्येक मां अपने दूध से अपने बच्चे का पालन-पोषण करती है. गाय...