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Meat: मीट से बनने वाले प्रोडक्ट के बारे में सीखेंगे छात्र, वेटरनरी विश्वविद्यालय में खुलेगी मीट टेक्नोलॉजी लेबोरेटरी

Veterinary University Bikaner news
शिलान्यास करते कुलपति प्रो. सतीश के गर्ग.

नई दिल्ली. वेटरनरी विश्वविद्यालय बीकानेर के छात्रों के लिए गुड न्यूज है. अब यहां पढ़ाई करने वाले छात्र मीट से बनने वाले तमाम प्रोडक्ट के बारे में सीख सकेंगे. छात्रों को प्रोसेसिंग मीट के बारे में भी पढ़ाया और सिखाया जाएगा. इसके फायदे और भविष्य में किस तरह इससे रोजगार हासिल किया जा सकता है, इन सबकी जानकारी छात्रों को मिलेगी. दरसअल, पशुचिकित्सा और पशु विज्ञान महाविद्यालय, बीकानेर परिसर में मीट टेक्नोलॉजी लेबोरेटरी ओपेन होने जा रही है. जहां छात्रों को इन सब के बारे में बताया जाएगा.

बता दें कि पशुचिकित्सा और पशु विज्ञान महाविद्यालय, बीकानेर परिसर में बुधवार को कुलपति प्रो. सतीश के. गर्ग द्वारा मांस प्रौद्योगिकी प्रयोगशाला का भूमि पूजन एवं शिलान्यास किया गया. कुलपति प्रो. गर्ग ने इसके बाद बताया कि वीसीआई के मानकों के अनुसार पशुधन उत्पादन प्रोद्यौगिकी विभाग के तहत स्थापित मीट टेक्नोलॉजी लेबोरेटरी न केवल छात्रों को बेहतर शिक्षण एवं प्रशिक्षण में फायदेमंद होगी बल्कि इस प्रयोगशाला में तमाम मांस उत्पादों के कुशल प्रसंस्करण कर उप-उत्पादों पर शोध भी किया जायेगा.

जीडीपी में देता है अहम योगदान
उन्होंने कहा कि जिससे न केवल पशु मांस उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार होगा बल्कि उच्च मानकों का भी ख्याल रखा जा सकेगा. इसके अलावा खाए जाने वाले मांस उत्पादो को लेकर उपभोक्ताओं की जरूरत का ख्याल रखने वाले प्रायोगिक ज्ञान से भी छात्रों को रूबरू कराया जाएगा. उन्होंने कहा कि कई वर्षों में भारत में प्रोसेसिंग मांस का व्यापार बहुत बढ़ा है. जिसकी देश के सकल घरेलु उत्पाद में महत्वपूर्ण योगदान है लेकिन खाद्य सुरक्षा की दृष्टि से उचित एवं गुणवत्ता निर्धारण के अभाव में मांस उत्पादों के दूसरे देशो में निर्यात में बाधा आ रही है.

मीट की क्वालिटी में होगा सुधार
कुलपति ने बताया कि इस मांस प्रोद्यौगिकी प्रयोगशाला के शुरू हो जाने से विद्यार्थियों एवं शोधार्थियों को मीट की गुणवत्ता निर्धारण, विभिन्न मीट उत्पादों के तकनीकी ज्ञान एवं उपभोक्ताओं की जरूरत को समझने में सहायता मिलेगी. शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान कार्यवाहक अधिष्ठाता प्रो. हेमन्त दाधीच, प्रभारी एल.पी.टी. विभाग डॉ. राजकुमार बैरवाल, निदेशक प्रसार शिक्षा प्रो. राजेश कुमार धूडिया, अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. प्रवीण बिश्नोई, परीक्षा नियन्त्रक प्रो. उर्मिला पानू, ई.ओ. पंकज सोलंकी और विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष व इन्चार्ज एवं फैकल्टी सदस्य मौजूद रहे.

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