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Milk Production: दूध निकालने का ये है सही तरीका, इसे अपनाएं पशुपालक तो मिलेगा फायदा

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प्रतीकात्मक तस्वीर

नई दिल्ली. डेयरी फार्मिंग का बिजनेस करने वाले फार्मर्स को इस बात की जरूर जानकारी होनी चाहिए कि दूध निकालने का क्या सही तरीका है. अगर आप भी डेयरी फार्मिंग के काम में नए हैं तो आपको भी दूध निकालने का सही तरीका सीख लेना चाहिए. अगर सही तरीका नहीं मालूम होगा तो पशुओं को थनैला रोग हो सकता है. वहीं थनों में गांठ या दूध निकालने में कठिनाई हो सकती है. दूध की मात्रा में भी कमी हो सकती है. अगर यह सारी दिक्कतें आती हैं तो फिर डेयरी फार्मिंग के काम में आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है. इसलिए जरूरी है कि दूध निकालने का सही तरीका जान लें.

एनिमल एक्सपर्ट का कहना है कि अक्सर पशुपालक भाई दूध निकालने के सही तरीकों के बारे में जानकारी करने की कोशिश करते हैं. क्योंकि उन्हें इस बात का खतरा रहता है कि अगर सही तरह से दूध न निकाल पाएं तो कहीं पशु को दिक्कत न हो जाए. आप मशीन से भी दूध का उत्पादन कर सकते हैं. वहीं हाथ से भी दूध उत्पादन कर सकते हैं.

तीन तरीके से निकाला जाता है दूध
अगर आप हाथ से दूध निकालते हैं तो इसके भी कई तरीके हैं. एक्सपर्ट का कहना है कि बहुत से लोग अंगूठा लगाकर दूध का उत्पादन करते हैं. अंगूठे को हथेली के बीच में रखते हैं और फिर दूध निकालते हैं. वहीं एक दूसरा तरीका भी है, जिसे पूरे हाथ से दूध निकालने की विधि कहा जाता है. इसमें थनों को पूरे हाथ से पकड़ा जाता है और दूध निकाला जाता है. जब​कि इस विधि में अंगूठा बाहर रहता है. एक्सपर्ट कहते हैं कि अंगूठा दबाकर दूध निकालने का तरीका सही नहीं है. जबकि मशीन वाला तरीका जो पशु ज्यादा दूध देते हैं, उन पशु के लिए ठीक है.

कम हो जाता है दूध उत्पादन
अगर अंगूठे वाली विधि से दूध निकालते हैं तो अंगूठा और हाथ के बीच में थन रहता है इससे पशु को तकलीफ होती है. थन में उसको थोड़ा बहुत भी दर्द महसूस होता है इस कारण पशु का दूध ऊपर चला जाता है और उत्पादन कम हो जाता है. मान लीजिए पशु 5 लीटर दूध का उत्पादन कर रहा है तो हो सकता है कि आपको साढ़े लीटर या फिर 4 लीटर ही दूध का उत्पादन मिले.

पूरे हाथ से ही निकालें दूध
वहीं अगर आप पूरे हाथ से दूध निकालते हैं यानी अंगूठे को बाहर रखते हैं और चारों उंगलियों के बीच में थन को रख दूध निकालते हैं तो इसकी कई फायदे हैं. इसे पशु को दर्द नहीं होता है और आसानी से दूध निकाल देता हैं. इससे ये फायदा भी होता है कि पशु का सारा दूध बाहर आ जाता है. पशु को थनैला रोग की बीमारी भी नहीं होती है. पूरे हाथ से ही दूध निकालना बेहतर होता है.

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