नई दिल्ली. डेयरी फार्मिंग में पशुओं का ज्यादा से ज्यादा दूध दे इसकी कोशिश हर पशुपालक की होती है, लेकिन ऐसा जरूरी नहीं है कि सभी पशु बाल्टी भर के दूध उत्पादन करेंगे. इसलिए ऐसे कई नुस्खे हैं, जिनका इस्तेमाल करके पशुओं का दूध उत्पादन बढ़ाया जा सकता है. एनिमल एक्सपर्ट कहते हैं कि हमारे आसपास ऐसी कई जड़ी बूटियां हैं. इसके अलावा कई ऐसे पौधे और फल हैं जिनका सेवन कराने से पशु अपनी क्षमता के मुताबिक दूध देने लगता है. वहीं कभी-कभी तो ज्यादा दूध का उत्पादन करता है. जिससे डेयरी फार्मिंग में पशुपालकों को मुनाफा होने लगता है. इसलिए जरूरी है कि ऐसे फॉर्मूलों को जाना जाए.
डेयरी एक्सपर्ट के मुताबिक आंवला पशुओं का दूध बढ़ाने में कारगर साबित हो सकता है. क्योंकि आंवले के अंदर ऐसी शक्ति होती है कि वह कमजोर पशुओं को मजबूत बना सकता है. आंवले के अंदर कैल्शियम, फास्फोरस और मैग्नीशियम भी होता है. जिससे पशु को फायदा मिलता है. अगर पशु कम दूध दे रहा है और उसे आंवले का सेवन कराया जाए तो पशु से ज्यादा दूध देने लगेगा. इससे डेयरी फार्मिंग में फायदा होने लगेगा.
15 दिन पिलाएं आंवले का जूस
जिन पशु का दूध नहीं बढ़ रहा, जिन पशुओं का एडर नहीं बढ़ रहा है उन्हें आवाले का जूस पिलाना एक बेहतर उपाय हो सकता है. आंवले का जूस अगर पशुओं को 15 दिन पिलाया जाए तो इससे वह अपनी क्षमता के मुताबिक दूध का उत्पादन करने लगेंगे. इसके लिए जरूरी है कि हर दिन 300 से 400 ग्राम आंवले का जूस बनाकर पशु को देना दिया जाए. इस जूस को पीने से पशुओं को जरूरी पोषक तत्व मिलता है. आंवले की सबसे अच्छी बात यह है कि इसके अंदर कई विटामिन की प्रचुर मात्रा भी होते हैं, जैसे कैल्शियम, फास्फोरस और मैग्नीशियम.
इस तरह तैयार करें आंवले का जूस
आंवले के अंदर पाए जाने वाले गुण पशुओं को भी जवान बना देते हैं. यह इतना पावरफुल है और शानदार नुस्खा है कि इससे 15 दिनों में ही पशुओं को फायदा होने लगता है. हालांकि इसे पिलाने का तरीका भी जानना बेहद ही अहम है. बता दें कि इस जूस को डिलीवरी होने से 2 महीने पहले पशुओं को पिलाना शुरू करें. इसमें एलोवेरा और चुकंदर का जूस 200 ग्राम भी मिला दें. जबकि टेस्ट बढ़ाने के लिए 50 ग्राम नमक और मिलकर पशु को पिलाना चाहिए. हर दिन सुबह 15 दिनों तक पिलाने पर अच्छा खासा इसका रिजल्ट मिलेगा. ये बेहतरीन दवा है और इससे फायदा मिलेगा.
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