नई दिल्ली. देश में किसान पशुपालन करके अपनी आमदनी को बढ़ा रहे हैं। केंद्र सरकार भी पशुपालकों का सहयोग कर रही है. पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही हैं. दूध की मांग देहात हो या शहर सभी जगह बढ़ गई है. इस मांग को पूरा करने के लिए डेयरी उद्योग में आज बड़ी संख्या में लोग जुड़े हुए हैं. पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस में बनास डेयरी काम कर रही है. यहां से हजारों लीटर दूध रोजाना पशुपालकों से लिया जाता है. शुक्रवार को अपने संसदीय क्षेत्र में एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे पीएम नरेन्द्र मोदी ने बनास डेयरी के पशुपालकों को बोनस की राशि ट्रांसफर की.
पीएम मोदी का काशीवासियों ने बेहद गर्मजोशी से स्वागत किया। पीएम मोदी ने 3900 करोड़ रुपये की 44 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। पीएम मोदी ने बनास डेयरी की बात करते हुए कहा, कि भारत आज दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश है. आज दूध के क्षेत्र में यूपी भी अपनी भागीदारी दिखा रही है.
106 करोड़ रुपये बोनस राशि को किया ट्रांसफरः पीएम मोदी ने बनास डेयरी के पशुपालकों को 106 करोड़ रुपये की बोनस राशि हस्तांतरित की। उन्होंने इसे पशुपालकों की मेहनत का पुरस्कार बताया और कहा कि ये कोई उपहार नहीं, बल्कि आपकी तपस्या का फल है. बनास डेयरी ने काशी में हजारों परिवारों की आर्थिक स्थिति को बदला है, खासकर महिलाओं को सशक्त बनाकर. पीएम ने कहा कि पूर्वांचल की अनेक बहनें अब लखपति दीदी बन चुकी हैं. पहले गुजारे की चिंता थी, अब उनके कदम खुशहाली की ओर बढ़ रहे हैं. पीएम मोदी ने बताया कि भारत आज दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश है, जिसमें पिछले 10 वर्षों में 65 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. बनास डेयरी काशी संकुल 1 लाख किसानों से दूध संग्रह कर रहा है और गीर गायों का वितरण कर पशुपालकों को सशक्त बना रहा है.
पीएम मोदी ने की तारीफः पीएम मोदी ने काशी को भारत की आत्मा और विविधता की सबसे खूबसूरत तस्वीर बताया. उन्होंने कहा कि काशी के हर मोहल्ले में भारत का अलग रंग और संस्कृति दिखती है. काशी तमिल संगमम जैसे आयोजनों ने एकता के सूत्र को मजबूत किया है. उन्होंने प्रस्तावित एकता मॉल का जिक्र किया, जहां भारत के सभी जिलों के उत्पाद एक ही छत के नीचे उपलब्ध होंगे. पीएम ने यूपी के बदलते आर्थिक नक्शे की भी चर्चा की और कहा कि यूपी अब केवल संभावनाओं की धरती नहीं, बल्कि सामर्थ्य और सिद्धियों की संकल्प भूमि है.
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