नई दिल्ली. गुरु अंगद देव पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के शिक्षण पशु चिकित्सा क्लिनिकल सेवा परिसर विभाग ने पालतू जानवरों और खेत जानवरों के लिए मुफ्त रेबीज टीकाकरण और कृमि मुक्ति शिविर का आयोजन करके शनिवार को विश्व पशु चिकित्सा दिवस मनाया. इस वर्ष के लिए WVD का विषय है “पशुचिकित्सक आवश्यक स्वास्थ्य कार्यकर्ता हैं” जिसका अर्थ है कि पशुचिकित्सकों की दक्षताओं को बड़े पैमाने पर स्वास्थ्य का एक आवश्यक और अभिन्न अंग माना जाना चाहिए.
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के मल्टी-स्पेशियलिटी पशु चिकित्सालय में निःशुल्क टीकाकरण एवं कृमि मुक्ति शिविर का आयोजन किया गया. शिविर का उद्घाटन परीक्षा नियंत्रक डॉ. ओपिंदर सिंह ने विरबैक इंडिया, कारस लैबोरेटरीज और वेट पार्क्स इंडिया के सहयोग से किया. इस दौरान बहुत से लोगों ने डॉक्टरों से बिल्लियों और कुत्तों के टीकाकरण कार्यक्रम के बारे में जानकारी ली. पशुपालकों को न केवल रेबीज के टीकाकरण के महत्व के बारे में बताया गया, बल्कि एफएमडी, एचएस और गांठदार त्वचा रोगों जैसी अन्य संक्रामक बीमारियों के बारे में भी बताया गया.
रेबीज के बढ़ते खतरे के बारे मेंकिया जागरूक
डॉक्टरों ने इस अवसर का उपयोग भारत में रेबीज के बढ़ते खतरे के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए भी किया. कॉलेज ऑफ वेटरनरी साइंस के क्लीनिक के निदेशक डॉ. एसएस रंधावा ने शिविर आयोजित करने के लिए डॉक्टरों और प्रशिक्षुओं के प्रयासों की सराहना की. विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. इंद्रजीत सिंह ने पंजाब और आसपास के राज्यों के पालतू जानवरों के मालिकों और किसानों को पशु स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में टीचिंग वेटरनरी हॉस्पिटल की भूमिका की सराहना की.
बरेली में भी मनाया गया विश्व पशु चिकित्सा दिवस
भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान में रेफरल वेटनरी पॉलीक्लिनिक द्वारा विश्व पशु चिकित्सा दिवस समारोह का आयोजन किया गया. शिविर में निशुल्क एंटी-रेबीज टीकाकरण किया गया. कुल 40 कुत्तों का टीकाकरण किया गया.संस्थान के संयुक्त निदेशक शोध डॉ. केपी सिंह ने कहा कि प्रत्येक दिवस का कुछ न कुछ महत्व होता है यह एक विशेष दिन जिसका उद्देश्य है पशु चिकित्सकों और उनके महत्वपूर्ण योगदान को सम्मानित करना, इसके साथ ही यह दिन पशुओं के स्वास्थ्य और अधिकार के बारे में जागरूकता बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण अवसर है.
पशु चिकित्सकों का महत्वपूर्ण कार्य
संस्थान के संयुक्त निदेशक शोध, डॉ. एस. के. सिंह ने कहा कि विश्व पशु चिकित्सा दिवस हमें पशु चिकित्सकों द्वारा किए गए महत्वपूर्ण कार्यों को याद करने तथा उन्हें सम्मानित करने का दिन है. उन्होने कहा कि हमें पशु चिकित्सा से जुडने में गर्व है तथा हमारे परिवार के कई सदस्य पशु चिकित्सा क्षेत्र में अपनी अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं.
कार्यक्रम में इनकी रही मौजूदगी
कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए संस्थान के डॉक्टर अमरपाल, प्रभारी रेफरल पोलिक्लीनिक ने बताया कि विश्व पशु चिकित्सा दिवस पर आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं जिनमें क्लिनिकल केस प्रतियोगिता, ग्रुप प्रेजेंटेशन तथा वाद विवाद प्रतियोगिता में कुल 50 छात्रों ने भाग लिया जो भिन्न भिन्न विषय से थे. कार्यक्रम में डॉ अभिजीत पावडे, डॉ उमेश डिमरी, डॉ. संजीव महरोत्रा, डॉक्टर ए. बी. मण्डल, डॉ. एस के घोष, डॉ रेखा पाठक, डॉ ए. सी. सक्सेना, डॉ रोहित, और छात्रों ने भाग लिया. कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ उज्जवल कुमार डे, वरिष्ठ वैज्ञानिक द्वारा किया गया.
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