नई दिल्ली. बकरी पालन एक शानदार काम है और इसे करके लोग अच्छी कमाई कर सकते हैं. इस बात को देश के सबसे बड़े गोट फार्म ने साबित भी कर दिया है. दरअसल, हम बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश के आगरा में फतेहाबाद रोड स्थित युवान एग्रो फार्म की, जहां बड़े ही अच्छे तरीके से बकरियों को पाला जाता है और उनसे अच्छा उत्पादन मिलता है. जिसका सीधा सा मतलब है कि गोट फार्म से अच्छी कमाई होती है. हालांकि युवान गोट फार्म अगर ज्यादा कमाई करता है तो उसके पीछे भी बकरी पालन करने का एक शानदार मॉडल है.
युवान गोट फॉर्म के संचालक डीके सिंह का कहना है कि बकरी पालन प्लानिंग के साथ करना चाहिए, तभी इसमें फायदा मिलता है. आजकल सस्टेनेबल मॉडल की चर्चा हो रही है और हम इसी मॉडल को अपनाकर हम अपने गोट फॉर्म में बकरी पालन कर रहे हैं. जिससे अच्छा मुनाफा मिल रहा है अगर कोई भी बकरी पालक इस मॉडल को अपनाता है तभी वह बकरी पालन से ज्यादा मुनाफा कमा पाएगा. क्योंकि बदलते दौर में इस बात की जरूरत है कि सस्टेनेबल मॉडल को अपनाया जाए. तभी अच्छा फायदा मिलेगा, नहीं तो मुनाफा नहीं कमा पाएंगे.
दूध और मीट दोनों के लिए पालें बकरी
युवान गोट फार्म के संचालक डीके सिंह से सवाल किया गया कि सस्टेनेबल मॉडल क्या है तो उन्होंने इसे बड़े ही आसान शब्दों में समझाया. उन्होंने कहा कि बहुत से बकरी पालक भाई जो छोटे लेवल पर बकरी पालन कर रहे हैं तो वो सिर्फ और सिर्फ या तो दूध के लिए बकरी पालन करते हैं या फिर मीट के लिए. जबकि ऐसा करने से उन्हें कम फायदा मिलता है. वहीं सस्टेनेबल बिजनेस करते हैं तो इससे उन्हें ज्यादा मुनाफा मिलता है. क्योंकि इस बिजनेस मॉडल में दूध और मीट दोनों के लिए बकरी पालन किया जाता है. जिससे बकरी पालमपुर बहुत ज्यादा मुनाफा मिलता है.
युवान गोट फार्म देता है ट्रेनिंग
उन्होंने कहा कि युवान गोट फॉर्म में भी सस्टेनेबल बिजनेस मॉडल को ही अपनाया गया है. हम यहां पर दूध मीट दोनों को बराबर मिलाकर काम कर रहे हैं और अगर किसान भी इसी सही कांबिनेशन में काम करते हैं तो उन्हें ज्यादा मुनाफा मिलने लग जाएगा. हालांकि आमतौर पर यह किसानों के ऊपर निर्भर करता है कि वह किस तरह से बकरी पालन करना चाहते हैं, लेकिन युवान एग्रो फार्म सस्टेनेबल बिजनेस मॉडल की ट्रेनिंग भी किसानों को देता है. ताकि किसान भाई ज्यादा फायदा उठा सके.
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