Home पोल्ट्री Poultry: ब्रॉयलर फार्मिंग में इस चूक से बढ़ जाती है मुर्गा पालन की लागत, घट जाता है मुनाफा
पोल्ट्री

Poultry: ब्रॉयलर फार्मिंग में इस चूक से बढ़ जाती है मुर्गा पालन की लागत, घट जाता है मुनाफा

livestockanimalnews- kisan andolan: Chicken supply will be affected in Delhi
प्रतीकात्मक फोटो. livestockanimalnews

नई दिल्ली. अगर आप ब्रॉयलर पोल्ट्री फार्मिंग कर रहे हैं तो कुछ जरूरी चीजें हैं, जिनका ध्यान आपको देना होता है. मसलन, चूजों को सही मात्रा में सही समय पर दाना खिलाना बेहद जरूरी होता है. क्योंकि यही दाना खाकर उनका पेट भरता है और इससे उनका वजन बढ़ता है. जिससे चूजे सही वक्त पर तैयार हो जाते हैं और इन्हें बतौर मुर्गा बाजार में बेच दिया जाता है. इस वजह से पोल्ट्री फार्मर को आमदनी होती है. ब्रॉयलर मुर्गा पालन में एक चीज का सबसे ज्यादा ख्याल रखने की जरूरत होती है वह है फार्म के अंदर की रोशनी. क्योंकि इसका असर ब्रॉयलर मुर्गों पर ज्यादा पड़ता है.

पोल्ट्री एक्सपर्ट का कहना है कि ब्रॉयलर मुर्गा फार्म में अगर पक्षियों को सही रोशनी न मिले तो इससे वह फीड कम खाते हैं. फीड न खाना खाने का मतलब यह है कि उनका वजन जल्दी नहीं बढ़ेगा और इससे चूजे कमजोर भी हो सकते हैं. उनमें मृत्युदर भी दिखाई दे सकती है. इसलिए जरूरी है की रोशनी भरपूर मात्रा में दी जाए.

23 घंटा देना पड़ता है रोशनी
पोल्ट्री एक्सपर्ट की मानें तो चूजों को 23 घंटे रोशनी देना बेहद ही जरूरी होता है और एक घंटे के लिए रोशनी बंद कर देना चाहिए. चूजों को पहले दो हफ्ते में रोशनी में कमी बिल्कुल भी नहीं करनी चाहिए. मान लीजिए कि आपके फार्म में मुर्गा तीसरे हफ्ते में प्रवेश कर गया है और उन्हें रात में किसी वजह से रोशनी ना मिले तो इससे वो फीड नहीं खाते हैं. पोल्ट्री एक्सपर्ट का कहना है कि मुर्गा जल्दी से तैयार हो जाए. इसलिए उन्हें रात में भी फीड खाने के लिए दिया जाता है. जिससे उनका तेजी के साथ वजन बढ़ता है.

बढ़ जाएगा पोल्ट्री फार्मिंग का खर्च
अगर वह रात में फीड नहीं खाएंगे तो उनका वजन नहीं बढ़ेगा और बेहद ही कमजोर नजर आएंगे. इसका एक नुकसान यह भी होगा कि जो चूजे 38 से 40 दिन के अंदर तैयार होंगे, वह फीड न खाने की वजह से 50 दिन में तैयार होंगे. इसका मतलब यह है कि पोल्ट्री फार्मर पर 10 दिन का अतिरिक्त फीड खर्च बढ़ जाएगा.

तो तुरंत करें ये वयवस्था
मान लीजिए कि एक ब्रॉयलर मुर्गा तैयार होने तक डेढ़ किलो दाना खाता है, जबकि रोशनी न मिलने की वजह से रात में उसने दाना नहीं खाया है तो उसको तैयार होने में वक्त बढ़ जाएगा. जब दिन जब बढ़ेगा तो उसे और ज्यादा दाना की जरूरत पड़ेगी. ऐसे में जाहिर है पोल्ट्री फार्मर को फीड पर अतिरिक्त खर्च करना पड़ेगा. जिससे पोल्ट्री फार्मर की फार्मिंग की लागत बढ़ जाएगी और मुनाफा कम हो जाएगा. पोल्ट्री एक्सपर्ट का कहना है कि हमेशा इस बात का ध्यान दें कि कभी भी पोल्ट्री फार्म की बिजली खराब न हो. अगर बिजली खराब होती है तो तुरंत इसे सही करवा लेना चाहिए. अगर ये संभव न हो तो दूसरी व्यवस्था करनी चाहिए, नहीं तो इसका नुकसान उठाना पड़ जाएगा.

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

मुर्गियों के रहने की जगह को साफ-सुथरा रखना चाहिए.
पोल्ट्री

Poultry Farming: बढ़ते तापमान में मुर्गियों की ऐसे करें देखभाल

बीमार मुर्गी को क्वॉरेंटाइन कर देना चाहिए. यानी उसे अलग दड़बे में...

poultry farm
पोल्ट्री

Poultry Farming: इन मुर्गियों से कम फीड लागत में लिया जा सकता है बेहतर उत्पादन, पढ़ें डिटेल

पोल्ट्री किसानों द्वारा फेस की जाने वाली समस्याओं को समझना और उनका...

livestookanimalnews-poultry-cii-egg-
पोल्ट्री

Poultry Farming: पोल्ट्री फार्म से मच्छर-मक्खियों और चूहों को खत्म करने का क्या है सही तरीका

पोल्ट्री फार्म में रसायनिक तरीकों से भी मक्खी व मच्छरों की रोकथाम...

Vaccination reduces the use of antibiotics, hence reduce the AMR.
पोल्ट्री

Poultry Farming: अब एसी वाली गाड़ी में ले जाना होगा मुर्गा, पोल्ट्री कारोबारियों को जारी किया नोटिस

मुर्गे-मुर्गियों को साधारण गाड़ी पर ही लोड करते हैं, ऐसे में उनके...