नई दिल्ली. गाय-भैंस के हीट में होने का पता न चलने की वजह से गर्भधारण में देरी होती है. वहीं दूध उत्पादन में भी इससे गिरावट दर्ज की जाती है. इतना ही नहीं पशुओं की प्रजनन क्षमता पर भी इससे असर पड़ता है. जिससे पशुपालन में भारी नुकसान हो सकता है. इसलिए बेहद जरूरी है कि यह पता हो कि गाय और भैंस कब हीट में आती हैं और उसके लक्षण क्या हैं. तभी वक्त से गाय या फिर भैंस को गर्भधारण कराया जा सकता है, जिससे दूध उत्पादन भी बेहतर मिलता है. नहीं तो फिर नुकसान उठाना पड़ सकता है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हीट में न होने से पशुओं को तनाव और बेचैनी भी बढ़ती है, जो उनकी हैल्थ को प्रभावित करता है. हीट में न होने से दूध उत्पादन की कमी होती है, जिससे आर्थिक नुकसान भी होता है. अगर पशु हीट में है तो कई बार सूजन आ जाती है और पशु बार-बार उठते बैठते हैं. जबकि अन्य पशुओं से दूर रहने की भी कोशिश भी करते हैं.
जब पशु हीट में आते हैं तो दिखते हैं ये लक्षण
दरअसल, बहुत से पशुपालक भाई इस बात का पता करने की कोशिश करते हैं कि हीट में पशु आया है कि नहीं लेकिन उन्हें मालूम नहीं चल पाता है. जबकि इसका तरीका बेहद ही आसान है. जिससे आप आसानी से पता कर सकते हैं कि गाय-भैंस हीट में आई है या नहीं. अगर आप यह पता करना चाहते हैं कि आपकी गाय या फिर भैंस हीट में आई है या नहीं तो इसका सबसे आसान तरीका ये है कि पशु के वजाइना से एक चिपचिपा सा द्रव्य निकलता है और वह रस्सी के तरीके से दिखता है. यह सबसे बड़ा लक्षण है जो बताता है कि पशु हीट में आ गया है.
ये लक्षण भी दिखाई देते हैं
वहीं गाय और भैंस जब हीट में आ जाती है तो बहुत ज्यादा आवाज करने लग जाती है. बार-बार रम्भाने लग जाती है. वहीं इस कंडीशन में गाय और भैंस जल्दी बैठती नहीं है. खड़ी ही रहती है. इधर-उधर घूमने लगती है, लेकिन वह नीचे नहीं बैठती है और शांत भी नहीं रहती है. कई बार इस कंडीशन में आने पर गाय और भैंस खाना भी नहीं खाती है. फीड आदि भी नहीं खाती है. इससे भी पता चल जाता है कि गाय और भैंस हीट में आ गई है. एनिमल एक्सपर्ट का कहना है, अगर इस तरह के लक्षण आपको दिखते हैं तो तुरंत गाभिन करा सकते हैं.
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