नई दिल्ली. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एक कार्यक्रम में कहा कि आज राज्य में दूध उत्पादन नौ फीसदी है. इसको 20 फीसद तक करने का हमारा लक्ष्य है. ऐसा करने के लिए लगातार काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि किसान अगर गाय और भैंस पालना चाहता हैं तो बदले में जो उत्पादन होगा, उस दूध को सरकार खरीदेगी. सरकार ऐसी व्यवस्था करेगी कि आपको बिचौलियों को दूध बेचने की जरूरत नहीं पड़ेगी. सीधे सरकार दूध खरीदेगी और इसका फायदा हर किसान भाई को मिलेगा. उन्हें उनके उत्पादन का अच्छा दाम मिलेगा. जिससे उनका मुनाफा बढ़ जाएगा.
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि अगर 25 गाय और भैंस कोई किसान भाई खरीदता है तो 25 फीसदी सब्सिडी सरकार की ओर से दी जाएगी और इसे 8 यूनिट तक आप ले जा सकते हैं. यानि आप चाहें तो 200 पशुओं को पाल सकते हैं और सरकार इस पर सब्सिडी देगी. ताकि किसानों को पशुपालन करने में कोई दिक्कत न आए.
दूध से हर रोज होगी कमाई
उन्होंने कहा की फसल का उत्पादन बढ़ाना चाहिए लेकिन फसल के साथ-साथ किसानों को पशुपालन में भी हाथ आजमाना चाहिए. दूध उत्पादन करना चाहिए. दूध से भी आमदनी होना चाहिए. अगर किसान धान की फसल लगाते हैं तो इस फलस से तीन-चार महीने में आपको रिजल्ट मिलेगा. वहीं कोई दूसरी फसल लगाते हैं तो भी 4 महीने में आपको रिजल्ट देगी, लेकिन पशुपालन करते हैं तो रोज दूध उत्पादन होगा और रोज खरीदेंगे बेचेंगे तो रोज पैसा आएगा. उन्होंने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए डॉक्टर भीमराव अंबेडकर कामधेनु योजना की शुरुआत की गई है. जिसके जरिए सभी गाय पालने वाले किसानों की इनकम बढ़ाने के लिए 500 करोड़ रुपए इस योजना के लिए खर्च करने का लक्ष्य हमारी सरकार ने रखा है.
गायों पर खर्च को सरकार ने बढ़ाया है
उन्होंने कहा कि खेतों में गाय फसलों को नुकसान पहुंचाती है और वह बेसहारा, लावारिस, बीमार घूमती रहती है. गायों की वजह से फसलों को नुकसान होता है. इसको लेकर भी हमने काम किया है. सभी गौशालाओं के लिए प्रति गाय पैसा बढ़ाया गया है. पहले 20 रुपए प्रति गाय खर्च दिया जाता था, जिसे अब 40 रुपए कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि गायों को गौशाला में कोई तकलीफ नहीं होगी. इसके लिए हमारी सरकार प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा कि अगर हम गौमाता को बढ़ावा देते हैं तो इससे हम अपनी संस्कृति को बढ़ावा देते हैं.
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