नई दिल्ली. पशुपालन के दौरान अगर पशुओं को बीमारियों से बचा लिया जाए तो पशुपालन में कई गुना फायदा बढ़ जाता है. क्योंकि पशु जब बीमार पड़ते हैं तो उनकी बीमारी दूर करने के लिए दवा वगैरह पर अतिरिक्त खर्च पड़ता है. इससे पशुपालन की लागत बढ़ जाती है. जबकि बीमारी के चलते पशुओं का उत्पादन भी प्रभावित होता है. इसलिए बेहतर यह है कि पशुओं को बीमारियों से बचाया जाए. तभी पशुपालन में ज्यादा मुनाफा कमाया जा सकता है. यूपी के आगरा स्थित युवान गोट एग्रो फार्म के एनिमल एक्सपर्ट ने बताया कि गर्मियों में बकरियों का खास ख्याल रखना पड़ता है. क्योंकि इस दौरान उन्हें कई बीमारियां होती हैं.
गर्मी के दिन में बकरियों की सेहत का अच्छी तरह से ख्याल रखने की जरूरत रहती है. एक्सपर्ट की मानें तो गर्मी के दिनों में बकरियों को बुखार की समस्या बहुत रहती है. उन्हें अक्सर बुखार आ जाता है. वहीं जब गर्मी के दिनों में दाना बदल जाता है तो बकरियां में दस्त की शिकायत भी होती है. इसलिए इन दोनों बीमारियों से बकरियों को बचाने की जरूरत होती है.
इस वजह से मेमनों की होती है मौत
युवान एग्रो एक्सपर्ट के मुताबिक जहां व्यस्क बकरियों को कई बीमारियों का खतरा रहता है तो वहीं बकरी के बच्चों को भी बीमारियों का खतरा रहता है. उनका कहना है कि अगर बकरी के बच्चों को बीमारियों से न बचाया जाए तो उनमें मृत्युदर भी दिखाई दे सकती है. जिससे बकरी पालन में नुकसान हो सकता है. क्योंकि बकरी पालन में बच्चों से फायदा डबल हो जाता है. जबकि उनकी मौत से नुकसान ज्यादा होता है. एक्सपर्ट कहते हैं कि जब बकरियां चार से पांच महीने की प्रेग्नेंट होती हैं और उन्हें वैक्सीन नहीं लगाई जाती तब बच्चों में मृत्यु दर ज्यादा दिखाई देती है.
बकरियों को अलग रखना चाहिए
एक्सपर्ट का कहना है कि जबकि बकरी या फिर बकरे को कहीं से खरीद के लाया जाता है, तभी उनका खास ख्याल रखने की जरूरत होती है. जिस गाड़ी पर पशुओं को लाया जाता है, उसको सेनीटाइज करना चाहिए और फॉर्म के अंदर ले जाने वाली बकरी को 14 से 15 दिन कम से कम क्वारेनटाइन रखना चाहिए. फिर वैक्सीनेशन करना चाहिए. 40 से 45 दिन तक वैक्सीनेशन का कोर्स पूरा हो जाए तो उसके बाद फार्म के अंदर मौजूद बकरियां में उनको शामिल किया जाना चाहिए.
हीट स्ट्रोक का भी रहता है खतरा
गर्मियों में सबसे ज्यादा बकरियों को हीट स्ट्रोक का खतरा रहता है. इसलिए उन्हें ठंडा माहौल देने की जरूरत होती है. बकरियों के फार्म का टेंपरेचर मेंटेन करने के लिए कूलर और पंखे आदि लगाने चाहिए. इससे बकरियां ठंडा महसूस करती हैं और उन्हें हीट स्ट्रोक का खतरा नहीं रहता है.












