नई दिल्ली. पोल्ट्री कारोबार में बतख पालन करके भी कमााई की जा सकती है. बत्तख के अंडे में तीन तरह के मिनरल्स की पर्याप्त मात्रा मौजूद होती है. बत्तख के अंडे सेलेनियम का एक बेहतरीन स्रोत मानें जाते हैं. वहीं बत्तख के अंडे विटामिन डी भी प्रदान करते हैं. शरीर में विटामिन डी की कमी से डिप्रेशन और एंग्जाइटी जैसे मेंटल डिसऑर्डर का खतरा बना रहता है. ऐसे में बत्तख के अंडे इन कमियों को पूरा कर देते हैंं. वहीं पोल्ट्री संचालक अंडे बेचकर कमाई कर सकते हैं. औसतन बत्तख का अंडा 10 रुपये से 12 रुपये के बीच बिकता है. यहां हम बात कर रहे हैं इंडिया रन्नर बत्तख की जो हर साल 250 अंडे देती है. यदि इस नस्ल की 20 बत्तख पाली जाए तो साल में 60 हजार रुपये कमाया जा सकता है.
तीन किस्म की होती हैं बत्तख
मुख्य रूप से बत्तख तीन तरह की होती हैं. फॉन और वाईट रन्नर बत्तख इनकी गर्दन सफेद रंग की होती है और हल्के पीले रंग की पीठ और कंधे होते हैं जबकि प्रौढ़ नर बत्तख की चोंच पीले रंग की जो बाद की अवस्थाओं में हरे पीले रंग की हो जाती है. प्रौढ़ मादा बत्तख की चोंच पीले रंग की होती है जो बाद में हरे रंग की हो जाती है. इसी तरह व्हाइट रन्नर बत्तख की बात की जाए तो यह पूरी तरह से सफेद रंग की होती है. इसके पीले रंग की चोंच और संतरी रंग के पंख और पंजे होते हैं. वहीं पैंसिल्ड बत्तख के नर तांबे हरे रंग के और इनका सिर सफेद रंग का होता है. इस किस्म की मादा बत्तख सफेद, मध्यम हल्के पीले रंग की होती हैं.
बत्तखें क्या खाना पसंद करती हैं
एक बत्तख को एक वर्ष में 50 से 60 किलो भोजन की आवश्यकता होती है. एक दर्जन अंडा और 2 किलो ब्रायलर बत्तख का उत्पादन करने के लिए 3 किलो भोजन की आवश्यकता होती है. बत्तखें अत्यधिक खाने की लालची होती हैं और दिखने में आकर्षित होती हैं. भोजन के साथ-साथ यह जमीन कीड़े और पानी में भी मौजूद हरी सामग्री भी चाव के साथ खा लेती हैं. जब बतखों को शेल्टर में लाया जाता है तो उन्हें गीला भोजन दिया जाता है. क्योंकि उनके लिए सूखा भोजन खाना मुश्किल होता है. भोजन को तीन मिनी गोलियों में बदल जाता है, जो की बत्तखों को भोजन के रूप में देना आसान होता है. अंडे देने वाली बत्तखों को भोजन में 16 से 18% प्रोटीन की आवश्यकता होती है. मुख्य रूप से एक अंडे देने वाली बत्तख भोजन 6 से 8 औंस खाती है. लेकिन भोजन की मात्रा बत्तख की नस्ल पर आधारित होती है.
बत्तखों का शेल्टर कैसा होना चाहिए
बत्तख को साफ और ताजा पानी भी मुहैया कराना चाहिए. अतिरिक्त आहार के तौर पर फल सब्जियां मकई के दाने छोटे कीट भी दिए जा सकते हैं. बत्तख पालन चाहते हैं तो शेल्टर की जरूरत भी होती है. जहां शांति हो. यहां अच्छी तरह से हवादार होनी चाहिए और इसमें इतनी जगह होनी चाहिए की बत्तख आसानी से अपने पंख फैला सके. अपनी देखरेख आसानी से कर सके. बत्तख के बच्चों के लिए साफ और ताजा पानी हमेशा उपलब्ध होना चाहिए. ताजा पानी के लिए फुहारों की सिफारिश की जाती है. अंडे से बच्चे निकालने के लिए के बाद ब्रूडर की आवश्यकता होती. जिसमें 90 डिग्री फारेनहाइट तापमान हो और फिर इस तापमान को हर रोज 5 डिग्री सेल्सियस कम किया जाता है. कुछ दिनों बाद जब तापमान कमरे के तापमान के बारार हो जाए तो ब्रूडर के साथ बाहर निकाला जाता है.
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