नई दिल्ली. जो पशुपालक भाई नया डेयरी फार्म शुरू करना चाहते हैं, उनके सामने सबसे बड़ा सवाल होता है कि डेयरी फार्म पर गाय रखें या फिर भैंस. यानी डेयरी फार्म की शुरुआत गाय से करनी चाहिए या भैंस से करनी चाहिए. एनिमल एक्सपर्ट का कहना है कि अगर पशुपालक भाइयों को अगर इस सवाल का जवाब मिल जाए तो उनकी काफी हद तक परेशानी दूर हो जाती है और वह डेयरी फार्म का काम शुरू भी कर देते हैं. अगर आप भी नए पशुपालक हैं आप ये जरूर जानना चाहते होंगे कि गाय से फार्मिंग शुरू करें या भैंस तो इस आर्टिकल में आपको यही बताने जा रहे हैं.
डेयरी फार्म पर गाय रखना है या भैंस इसका फैसला कुछ चीजों पर आधारित होता है. इसमें दो चीजें अहम हैं. जैसे डेयरी फॉर्म का मैनेजमेंट कैसे रखना और डेरी फार्म में कितना इन्वेस्ट करना है. इन्हीं दो चीजों के आधार पर ही डेयरी फॉर्म में गाय रखना है या भैंस रखना इसका फैसला किया जाना चाहिए.
किसमें कम इंवेस्टमेंट की पड़ती है जरूरत
सबसे पहले बात करते हैं इन्वेस्टमेंट कि अगर आपके डेयरी फार्म का बजट कम है तो आपको गाय से डेयरी फार्मिंग का काम शुरू करना चाहिए. क्योंकि गाय कम महंगी होती है. जबकि मैं भैंस की कीमत ज्यादा होती है. मान लीजिए कि आप गिर गाय लाते हैं तो 60 से 70 हजार रुपए में आ जाएगी. वहीं एचएफ गाय भी 70 से 80 हजार में पड़ेगी लेकिन अगर आप एक अच्छी नस्ल की भैंस लाते हैं तो उस भैंस की कीमत तकरीबन आपको एक लाख रुपए से ज्यादा पड़ेगी. भैंस पालने में इंवेस्टमेंट ज्यादा करना पड़ता है. जबकि गाय के डेयरी फार्म में कम इंवेस्टमेंट से काम चल जाता है.
मैनेजमेंट इन बातों का रखें ख्याल
अगर मैनेजमेंट की बात करें तो गाय की जो विदेशी नस्लें हैं, उनमें ज्यादा बीमारी आती है. जबकि भैंसे में कम बीमारी आती है. हालांकि गर्मी ज्यादा लगती है. इसलिए भैंसों को नहलाने वगैरह की जरूरत ज्यादा पड़ती है. भैंस की बनावट ऐसी है कि वह कम गर्मी सहन कर पाती हैं. इसलिए आपको अच्छे शेड की जरूरत पड़ेगी. फॉगर सिस्टम वगैरह भी लगवाना पड़ेगा. वहीं पंखा और कूलर की व्यवस्था भी करनी पड़ेगी. बारिश में भी अच्छा मैनेजमेंट की जरूरत होगी. गाय केे मुकाबले भैंसों में बीमारी कम आती है. इसलिए अगर गाय पालन करते हैं तो डिजीज मैनेजमेंट ज्यादा अच्छा आना चाहिए.
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