Home पशुपालन Animal Husbandry: बीमारियों के लिए रामबाण है ये फल, तंदुरुस्ती के लिए चारे में मिलाकर दें इसका चूर्ण
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Animal Husbandry: बीमारियों के लिए रामबाण है ये फल, तंदुरुस्ती के लिए चारे में मिलाकर दें इसका चूर्ण

tumba ka fal
तुंबा फल की प्रतीकात्मक तस्वीर.

नई दिल्ली. कई ऐसे देसी औषषि है, जिसका इस्तेमाल करके पशुओं की बीमारियों को दूर सकते हैं और इतना ही नहीं पशुओं के स्वास्थ्य के लिए भी ये बहुत ही बेहतरीन साबित होता है. इसके बारे में जानकारी देते हुए पशु पालक ने बताया कि पशुओं के दुबलेपन को ये कम करता है और दूध उत्पादन को भी बढ़ता है. दरअसल, इसे तुंबा फल कहा जाता है. ये थार के रेगिस्तान में उगने वाला ऐसा ही एक फल है जो दिखने में बड़ा ही आकर्षक है लेकिन स्वाद में काफी खारा है, लेकिन ये औषधीय गुणों से भरपूर है. सहनाली बड़ी के किसान बताते हैं कि तुंबा को रेगिस्तानी क्षेत्र में खरपतवार माना जाता है. जो खऱीफ के सीजन में बेल के रूप में उगता है. इसका चूर्ण बनाकर पशुओं को चारे के साथ दिया जा सकता है.

इस महीने में आसानी से मिल जाता है
तुंबा फल के बारे में पशु पालक ने बताया कि ये जहां पर खेती नहीं होती है वहां पर बहुत ही आसानी से मिल जाता है. यह पीला होता है. अक्टूबर में इसकी सीजन होता है. अक्टूबर में आसानी से मिल जाता है लेकिन जैसे ही सर्दी शुरू होती है तो फिर इसमें फंगस आना शुरू हो जाता है. यह बहुत ही बेहतरीन औषधि है. पशुओं के लिए पशुओं के थन में सूजन आ रही है डाइजेशन में प्रॉब्लम है. अफारा है पशु को गैस बनती है, पेट में दर्द होता है, पशु लात मारता है उसके लिए बहुत ही बेहतरीन गुणकारी औषधि है.

चूर्ण बनाने में क्या-क्या लें
तुंबा को पशुओं को दो तरह से दे सकते हैं. इसे दो पीस लें और काट लें और उसमें नमक डालकर पशुओं को खिला सकते हैं. सप्ताह में दो से तीन बार यदि इसे खिला दें तो डाइजेशन ठीक हो जाएगा. किसी प्रकार की कोई प्रॉब्लम भी नहीं होगी. जबकि इसका चूर्ण भी बनाय जा सकता है. इसके लिए 10 किलो तुंबा होना चाहिए. साथ-साथ चार तरह के नमक लेना चाहिए. जिसमें काला नमक, सेंधा नमक, समुद्री नमक और जो घर में इस्तेमाल होने वाला नमक है. इसी तरह के चार तरह की अजवाइन भी ले लें.

किस तरह बनाए इसका चूर्ण
इसके बाद एक मुट्ठी अजवाइन लेनी है. एक मुट्ठी चारों नमक लेना है. वहीं एक मटका लेना है. तुंबा के छोट-छोटे टुकड़े करके मटके में अजवाइन, नमक और यह तुंबा डाल दे देना है. फिर इसे रोज घूमना है. ताकि सुख जाए. जब यह सूख जाएगा तो यह सब मिक्स हो जाएंगे और इसके चूर्ण बनाना है. इसको पीसना है. 50 से 100 ग्राम के लगभग पशुओं को दे सकते हैं. ऑफरा हो गया कब्ज की प्रॉब्लम भी दूर हो जाएगी. थनों में सूजन भी इससे ठीक हो जाएगी.

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