Home मीट Meat: चिकन और टर्की में से किसका मीट है ज्यादा बेहतर, यहां पढ़ें दोनों के मीट की क्वालिटी
मीट

Meat: चिकन और टर्की में से किसका मीट है ज्यादा बेहतर, यहां पढ़ें दोनों के मीट की क्वालिटी

Meat: टर्की या चि​कन में किसका मीट है सेहत के लिए अच्छा, यहां जानिए दोनों की क्वालिटी के बारे में पूरी डिटेल
प्रतीकात्मक फोटो.

नई दिल्ली. मीट के शौकीन लोग चिकन खूब पसंद करते हैं. मीट के सेवन को लेकर डाइटीशियन भी चिकन को बेहतर बताते नजर आते हैं. बात करें चिकन और टर्की के मीट की तो दोनों ही पौष्टिक और प्रोटीन से भरपूर माने जाते हैं. जबकि चिकन में अधिक कैलोरी, वसा और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा पाई जाती है. अगर आप चाहें तो टर्की और चिकन का इस्तेमाल सैंडविच, स्ट्यू और कैसरोल के व्यंजनों में एक दूसरे के स्थान पर कर सकते हैं. इन्हें बेक किया जा सकता है, ग्रिल किया जा सकता है या भूना जा सकता है.

आपके जहन में ये चल रहा होगा कि आखिर बेहतर मीट कौन सा है. चिकन का या फिर टर्की का. इस आर्टिकल के पूरा पढ़ें तो आपको इसके फर्क के बारे मालूम पड़ जाएगा. साथ ही ये भी पता चल जाएगा कि आखिर किसी के मीट का सेवन करना ज्यादा बेहतर है.

किसमें ज्यादा कैलोरी होती है
एक्सपर्ट कहते हैं कि आपके स्वास्थ्य लक्ष्यों के आधार पर खाद्य पदार्थों की कैलोरी और फैट सामग्री पर ध्यान देना आवश्यक हो सकता है. फैट हेल्दी फूड का एक अनिवार्य घटक है और पोल्ट्री में विभिन्न प्रकार के हेल्दी फैट होते हैं. हालाँकि, प्रोटीन की तुलना में वसा कैलोरी का एक ठोस सोर्स माना जाता है. इसका मतलब यह है कि मांस के अधिक वसा वाले टुकड़ों में कम वसा वाले टुकड़ों की तुलना में अधिक कैलोरी होती है. कुल मिलाकर ये कहा जा सकता है कि चिकन और टर्की दोनों में काले मांस में सफेद मांस की तुलना में अधिक फैट होता है.

चिकन के इस पार्ट में ज्यादा फैट व कैलोरी है
चिकन के डार्क मीट कट्स में टर्की के डार्क मीट कट्स की तुलना में थोड़ी अधिक वसा और कैलोरी होती है. इन दो प्रकार के मुर्गों के सफेद मांस के लिए भी यही सच है, क्योंकि टर्की चिकन की तुलना में कम कैलोरी वाला होता है. यह भी ध्यान देने वाली बात है कि यदि आप स्किन खाते हैं, तो आप किसी भी प्रकार के मुर्गे की वसा और कैलोरी सामग्री दोनों में उछाल देखेंगे. इनमें से किसी का भी मतलब यह नहीं है कि कोई भी विकल्प अनिवार्य रूप से दूसरे से बेहतर है, लेकिन आप अपने आहार के साथ क्या हासिल करना चाहते हैं, इसके आधार पर पर आप तय कर सकते हैं कि क्या खाना है.

विटामिन और खनिज
जबकि चिकन और टर्की के बीच विटामिन और खनिज सामग्री में कोई महत्वपूर्ण अंतर नहीं है, सामान्य तौर पर सफेद और गहरे मांस के बीच इन पोषक तत्वों में कुछ फर्क जरूर है. उदाहरण के लिए, चिकन ब्रेस्ट में चिकन लेग की तुलना में अधिक नियासिन और विटामिन बी 6 होता है. जबकि चिकन लेग में चिकन ब्रेस्ट की तुलना में काफी अधिक जिंक होता है. इसलिए, यदि आप जिंक का सेवन बढ़ाना चाहते हैं, तो काला मांस एक बेहतर विकल्प हो सकता है, जबकि यदि आप विटामिन बी बढ़ाना चाहते हैं, तो सफेद मांस अधिक उपयुक्त हो सकता है.

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

मीट

Packaging: मीट पैकिंग हो या कोई अन्य प्रोडक्ट, सभी के लिए FSSAI ने बनाए हैं ये नियम

यह गुणवत्ता नियंत्रण से गुणवत्ता प्रबंधन की ओर एक बदलाव को दर्शाता...

red meat
मीट

Meat: मीट की वजह से बढ़ रही है इस तरह के पैकिंग कंटेनरों की डिमांड

क्योंकि मांस के उत्पादों जैसे प्रोसेस्ड फूड का सेवन बढ़ रहा है....

livestock animal news, meat processing
मीट

Meat Production: मीट को पैक करने की सबसे बेहतरीन तकनीक में से एक के बारे में पढ़ें यहां

नैनोटेक्नोलॉजी ने खाद्य पैकेजिंग में नए सुधारों के पेश की गई है....

मीट

Meat Production: मीट को पैक करने में इन तीन तरीकों का किया जाता है इस्तेमाल, बढ़ जाती है लाइफ

यहां अभी छोटे व्यवसायी मीट प्रोडक्शन के बाद तुरंत बाद ही उसे...